लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव ऊर्जा व उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष एम. देवराज बुधवार को मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक भवानी सिंह खगारौत के कार्यभार ग्रहण करने के बाद मुख्यालय पहुंचे. उन्होंने इस मौके पर मध्यांचल मुख्यालय में बिजली की बेहतर सप्लाई के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि प्रदेश की राजधानी की बिजली व्यवस्था बेहतर हो ये सभी अभियंताओं की जिम्मेदारी है. वे पूरी लगन और निष्ठा के साथ मुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री के निर्देशों का पालन करें. बिजली की ट्रिपिंग की समस्या को जड़ से खत्म किया जाए.
उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज ने राजधानी की बिजली व्यवस्था को कैसे बेहतर किया जा सके इसे लेकर बैठक की. उन्होंने दो टूक कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा लखनऊ की बिजली व्यवस्था को लेकर संवेदनशील हैं. इसमें जरा सी भी लापरवाही न बरती जाए. अगर लापरवाही की गई तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा. पहले भी लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लिया जा चुका है. ऐसे में अभी भी अगर लापरवाही बरतते हैं तो कार्रवाई जरूर होगी.
बैठक में मौजूद निदेशक व मुख्य अभियंता स्तर के अभियंताओं को लिखित सुझाव भी दिए गए. उन्होंने मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड व लखनऊ विद्युत संपूर्ण संपूर्ति प्रशासन (लेसा) के वरिष्ठ अफसरों से पूछा कि ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि का काम अभी तक क्यों नहीं किया गया? मौजूद निदेशक व अभियंता इसका जवाब सही से नहीं दे पाए. इस पर पावर कारपोरेशन चेयरमैन ने कहा कि युद्धस्तर पर ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि का कार्य किया जाए. फीडर का लोड चेक करें और लोड के अनुरूप ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाई जाए. अगर उपभोक्ता स्वीकृत लोड से अधिक बिजली उपयोग कर रहा है तो उसके कनेक्शन का लोड बढ़ाया जाए. बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जूनियर इंजीनियर से लेकर वरिष्ठ अधिकारी रात 12 बजे तक पेट्रोलिंग पर रहें.