लखनऊ : राजधानी समेत उत्तर प्रदेश में प्रचंड गर्मी पड़ रही है. इससे बिजली की मांग में जबरदस्त इजाफा हुआ है. बढ़ती गर्मी के चलते विद्युत आपूर्ति व्यवस्था भी चरमरा गई है. राजधानी लखनऊ के तमाम इलाके हर रोज बिजली संकट से दो चार हो रहे हैं. एक तरफ जनता बिजली संकट से त्राहि-त्राहि कर रही है, वहीं दूसरी तरफ पावर कारपोरेशन का दावा है कि निर्धारित शेड्यूल के मुताबिक, प्रदेश भर में विद्युत आपूर्ति की जा रही है. बिजली की किसी तरह की कोई समस्या है ही नहीं.
पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष ने एसएलडीसी मुख्यालय की परखी व्यवस्था, दिये यह निर्देश
उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष एम. देवराज ने गोमतीनगर स्थित एसएलडीसी मुख्यालय का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश भी दिये.
उत्तर प्रदेश की विद्युत आपूर्ति और उसके लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा के लिए उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष एम. देवराज ने सोमवार शाम गोमतीनगर स्थित एसएलडीसी मुख्यालय का दौरा किया. उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की. अधिकारियों ने जानकारी दी कि बिजली की मांग के अनुरूप पर्याप्त बिजली उपलब्ध है, अभी एक सप्ताह मौसम इसी तरह गर्म रहेगा. डिमांड और भी बढ़ सकती है, इसलिये आवश्यतानुसार बिजली की उपलब्धता बैकिंग व्यवस्था से कर रखी गई है. अधिकारियों ने बताया कि ललितपुर की 680 मेगावाट, अनपरा की 500 मेगावाट की बंद इकाईयां आज रात में लाइट अप हो जाएंगी. 10 जून को उत्तर प्रदेश की विद्युत मांग 20672 मेगावाट थी जो अब तक की रिकार्ड विद्युत मांग है.
'जरूर उठाएं उपभोक्ताओं के फोन, दें सही जानकारी. :कारपोरेशन अध्यक्ष एम. देवराज ने कहा कि 'गर्मी से परेशान जनता को निश्चित शिड्यूल के अनुरूप विद्युत आपूर्ति प्राप्त हो इसके लिए वितरण, पारेषण और उत्पादन निगमों के अधिकारी कार्य करें. कानपुर, दक्षिणांचल, मध्यांचल, पश्चिमांचल डिस्काम के प्रबन्ध निदेशकों सहित प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों से उन्होंने आपूर्ति सम्बन्धी विस्तृत जानकारी प्राप्त की. पावर कारपोरेशन अध्यक्ष ने सभी विभागीय अभियंताओं, अधिकारियों को तैनाती स्थल पर ही बने रहने के निर्देश दिए हैं. हिदायत दी गई है कि लोकल फाल्ट को तेजी से न्यूनतम अवधि में ठीक किया जाए और उपभोक्ताओं के फोन जरूर उठाए जाएं. पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष ने कहा है कि आपूर्ति ठप होने पर उसे तत्काल ठीक कराएं. लोकल फाल्ट को जल्द ठीक कराने के लिए पर्याप्त कर्मचारी व ट्रांसफार्मर आदि उपलब्ध रहें. अवर अभियंता से लेकर सभी अधिकारी अपनी तैनाती स्थल पर ही रहें. बिजली की कटौती करने की स्थिति में उपभोक्ताओं को उसके बारे में सही जानकारी दी जाए. कंट्रोल रूम के माध्यम से भी आपूर्ति पर नजर रखी जाए. प्रत्येक जिले में कंट्रोल रूम बनाकर विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए. उन्होंने रात में सभी से फील्ड में निकलकर कटिया के जरिए हो रही बिजली चोरी को पकड़ने के लिए चेकिंग अभियान चलाने को निर्देश दिया. अध्यक्ष का मानना है कि चोरी पर कड़ाई से अंकुश लगने पर आपूर्ति व्यवस्था और बेहतर होगी.'