लखनऊ :आपने शादी करते वक्त सात फेरे और सात कसमें भले की हो, लेकिन यह साबित करने के लिए काफी नहीं है कि आप शादी शुदा हैं. यह इसलिए क्योंकि सरकार को आपके फेरों और कसमों से नहीं बल्कि उस मैरिज सर्टिफिकेट से मतलब है, जो सरकारी कार्यालय से मिलता है. बिना रजिस्ट्रेशन के न ही आपकी पत्नी का वीजा और पासपोर्ट बनेगा, न ही सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा और न ही लोन मिल सकेगा।. यही वजह है कि मैरिज रजिस्ट्रार ऑफिस में न सिर्फ युवा बल्कि बुजुर्ग भी बड़ी संख्या में मैरिज का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए पहुंच रहे है. हाल यह है कि बीते कुछ वर्षों की अपेक्षा दो वर्षों में तीन गुना मैरिज रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं.
सात फेरे लेने के बाद भी सरकार नहीं मान रही किसी को शादीशुदा, कई सुविधाओं पर है रोक
भले ही आपने शादी करते वक्त सात फेरे और सात कसमें ली हों, लेकिन सरकार के समक्ष शादीशुदा साबित करने के लिए उत्तर प्रदेश विवाह पंजीकरण होना अनिवार्य है. इसके अभाव में सरकार आपको कई योजनाओं से वंचित कर सकती है. साथ ही आपकी विदेश भ्रमण की मंशा पर भी ग्रहण लग सकता है.
राजधानी के जिलाधिकारी कार्यालय में स्थित एडीएम ट्रांस गोमती/विवाह पंजीकरण के पास रोजाना ऐसे दंपती पहुंच रहे है, जिनकी शादी के कई वर्ष चुके हैं. उनके बच्चे विदेश में नौकरी कर रहे हैं और अब उनसे मिलने जाना है तो वीजा और पासपोर्ट के लिए मैरिज रजिस्ट्रेशन बेहद जरूरी है. इस कार्यालय में ऐसे लोगों के प्रार्थनापत्र की भरमार है, जो सिर्फ पत्नी के साथ विदेश जाना चाहते हैं. जिस कारण उन्हें मैरिज सर्टिफिकेट की जरूरत है. इतना ही नहीं कुछ ऐसे भी हैं, जिन्हें मकान बनाने के लिए बैंक से लोन लेना है, लेकिन वहां भी मैरिज सर्टिफिकेट की मांग की गई है.
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