लखनऊः उत्तर प्रदेश विधान परिषद की पहले दिन की कार्यवाही में 10 संशोधन विधेयक प्रस्तुत करने के बाद कार्यवाही अगले दिन के लिए स्थगित कर दी गई. विपक्ष के सदस्यों ने हालांकि संशोधन प्रस्ताव पर आपत्ति की और चर्चा कराए जाने की मांग की.
उत्तर प्रदेश विधान परिषद का सत्र दोपहर 12:30 बजे के बाद वंदे मातरम गायन के साथ शुरू हुआ. विधान परिषद के सभापति रमेश यादव की अनुमति से प्रमुख सचिव विधान परिषद राजेश ने सदन में पहले पारित हो चुके 7 विधेयकों के बारे में सूचित किया कि राज्यपाल महोदय ने उन सभी विधेयकों को अपनी अनुमति दे दी है. इसके बाद नेता सदन की ओर से 10 संशोधन प्रस्ताव लाए गए.
इसका विपक्ष के सदस्यों ने विरोध किया. समाजवादी पार्टी के विधान परिषद के सदस्य नरेश उत्तम ने सवाल उठाया कि आखिर विधेयकों में संशोधन करने की आवश्यकता क्यों पड़ रही है. इस पर चर्चा कराई जानी चाहिए. नेता सदन डॉ. दिनेश शर्मा ने विपक्ष की मांग का विरोध किया और कहा कि विधेयक पर पहले ही चर्चा हो चुकी है.
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नेता सदन ने कहा कि विधानसभा से पारित किया जा चुका है और विधान परिषद में केवल औपचारिकता की जानी है, लेकिन विपक्ष के सदस्य सभापति से चर्चा कराए जाने की मांग करते रहे. इस पर सभापति ने कहा कि जरूरत होगी तो चर्चा कराई जाएगी.