लखनऊ : राजधानी लखनऊ में बुधवार को उत्तर प्रदेश ग्राम उत्कर्ष समारोह (Uttar Pradesh Gram Utkarsh Samaroh) का आयोजन किया गया. समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पंचायत प्रतिनिधियों के हितों में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की. सीएम ने समारोह में उपहारों की झड़ी लगा दी.
दरअसल, पंचायतीराज विभाग की तरफ से ग्राम उत्कर्ष समारोह में प्रदेश भर के ग्राम प्रधान, जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य शामिल हुए. समोराह में सीएम योगी आदित्यनाथ ने 42 हजार 478 ग्राम पंचायत भवनों का लोकार्पण व 58 हजार 189 ग्राम सचिवालयों का शुभारंभ किया. साथ ही पंचायतों में सराहनीय विकास कार्य कराने वाले पांच पंचायत प्रतिनिधियों को मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित भी किया. इस अवसर पर सीएम योगी ने पंचायत प्रतिनिधियों के अधिकार बढ़ाने और उन्हें बढ़े हुए मानदेय की सौगात भी दी.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ग्राम पंचायतों में विकास कार्य के लिए प्रति कार्य 2 लाख को बढ़ाकर 5 लाख कर रहे हैं. इसके साथ ही जिला पंचायत के प्रति कार्य की सीमा को 10 लाख से बढ़ाकर 25 लाख किया जा रहा है. अब किसी भी विभाग के अभियंता विकास कार्य का एस्टीमेट बनाया जा सकेगा. ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों के लिए कोष गठन की व्यवस्था करने जा रही है. इसके अंतर्गत दुर्घटना होने पर मुआवजा सहायता देने की व्यवस्था की जा रही है. जिला योजना समिति में ग्राम प्रधान रखे जाएंगे. डीएम, एसपी, ग्राम प्रधान के साथ बैठक करके समस्याओं को दूर कर सकेंगे.
सीएम ने कहा कि सदस्य ग्राम पंचायत को 100 प्रति बैठक मानदेय मिलेगा. 12 बैठक होंगी. क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए मानदेय 500 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये किया जा रहा है. जिला पंचायत अध्यक्ष का मानदेय प्रति बैठक 1000 से बढ़ाकर 1500 रुपये किया जा रहा है. इसके अलावा ग्राम प्रधान 3500 से बढ़ाकर 5000, क्षेत्र पंचायत सदस्य का 9 हजार से बढ़ाकर 11 हजार, अध्यक्ष जिला पंचायत का मानदेय 14000 से बढ़ाकर अब 15500 दिया जाएगा.
इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश भर से आये गांव की सरकार के प्रतिनिधियों का राजधानी आगमन पर बधाई देता हूं. कहा कि गांव की सरकार ही वास्तविक रूप में विकास की धरी हैं. आज प्रदेश में अच्छा काम करने वाली ग्राम पंचायतों को सम्मानित किया गया है. 42478 पंचायत भवनों का लोकार्पण व 58 हजार 189 ग्राम सचिवालयों का शुभारंभ किया गया है. सभी पंचायतों में पंचायत सहायक भी ग्राम प्रधानों का सहयोग करेंगे. एक बैंक सखी भी होगी और गांव में ही बैंक की सुविधा मिलेगी. निवास प्रमाण पत्र सहित अन्य दस्तावेज ग्राम प्रधान ही बनाएंगे, इससे गांव वालों को सुविधा मिलेगी. आज ग्राम प्रधान निगरानी समिति की निगरानी करके सराहनीय काम कर चुके हैं.
सीएम ने कहा कि कोरोना के संकट काल में ग्राम प्रधानों ने अपनी जान की परवाह किये बगैर बहुत ही सराहनीय काम किया. कहा कि मेरी अपील है कि विकास के लिए पैसों की कमी नहीं आने देंगे, सबको विकास कार्यों के लिए पर्याप्त पैसा देंगे, लेकिन विकास कार्यों के पैसों में शोषण नहीं करने देंगे. आज स्मार्ट सिटी के साथ ही स्मार्ट गांव बनाने का काम करिये और सरकार से पुरस्कार जीतिए. कम्पटीशन के माध्यम से अपने गांव को स्मार्ट गांव बनाइये और पुरस्कार जीतने का काम करें.
उन्होंने कहा कि आज यूपी में अपराधी डरेंगे और कोरोना डरेगा. आज प्रदेश में निवेश हो रहा है. पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की सौगात दी है. हर परियोजना भी है. कहा कि विकास रुकेगा नहीं बल्कि और तेजी से आगे बढ़ेगा. इस विकास में हम सबको सहयोग करना है. तकनीक के साथ तेजी से विकास करना है. आज हमारा गांव स्मार्ट गांव की परिकल्पना को साकार करेंगे तो हम विश्व में आगे बढ़ेंगे.
हमने गांव को खुले में शौच मुक्त कर दिया है. गांव में स्ट्रीट लाइट भी लगने की व्यवस्था बेहतर हो. पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था हो, इससे लोग गांव में भजन भी सुनें और उसी से जब जरूरत हो तो प्रधान द्वारा उससे सूचना भी प्रसारित की जा जाएगी. कहा कि आज डबल इंजन की सरकार है. गांव में विकास करिये और आगे ट्रिपल इंजन की सरकार बनाइये और फिर हम विश्व की सबसे तेज इकॉनमी वाला देश बन जाएंगे.
सीएम ने कहा- हम सबको एक साथ मिलकर गांव के विकास के लिए मेहनत करनी है. हमारी सरकार ने पंचायत चुनाव कराए और संवैधानिक व्यवस्था के अंर्तगत कराए. चुने हुए प्रतिनिधियों के माध्यम से विकास कार्यों को आगे बढ़ाया गया है. आज जो पंचायत अच्छा काम कर रही हैं, उन्हें पुरस्कार दिया जाएगा. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आगे होने वाले सम्मेलन में स्मार्ट गांव बनकर पुरस्कार पाने का कम्पटीशन होना चाहिए. कहा कि इस कार्यक्रम में एक लाख लोगों को आना था, लेकिन पांच लाख लोग आ गए हैं.