लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार इस समय नहरों की सिल्ट सफाई अभियान चला रही है. प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने बताया कि पहली बार नहरों की सिल्ट सफाई के लिए अभियान चलाया गया है. सफाई के बाद हर नहर पर बोर्ड लगाया गया है, जिसमें जूनियर इंजीनियर और ठेकेदार के कांटेक्ट नंबर के साथ धनराशि अंकित की गई है. इससे नहरों की सिल्ट सफाई की गुणवत्ता और पारदर्शिता पर जनता नजर रख सकेगी.
सिल्ट सफाई की हो रही वीडियोग्राफी
डॉक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि आजादी के बाद पहली बार ड्रोन कैमरे के माध्यम से नहरों की होने वाली सिल्ट सफाई की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई जा रही है. सफाई के पहले नहरों की क्या स्थिति थी और सफाई के बाद नहरों की क्या स्थिति है. इसको रिकॉर्ड किया जा रहा है. जल शक्ति मंत्री का कहना है कि टेल तक सफाई के बाद 5 किसान और ग्राम प्रधान से पक्ष लेने के बाद ही भुगतान की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही जनपद के सांसद और विधायकों को भी पत्र देना होगा. जल शक्ति मंत्री का कहना है कि पहली बार 47000 किलोमीटर नहरों की सफाई कर इतिहास बनाया गया है.