लखनऊ:यूपी एटीएस कोसाइबर इकोनॉमिक्स फ्रॉड मामले में रविवार को बड़ी सफलता मिली. एटीएस ने मामले में नोएडा से दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. इनमें से एक महिला और एक पुरूष है. पिछले दिनों संभल, मुरादाबाद और अमरोहा में छापेमारी करके ग्राहक की आईडी पर फर्जी सिम एक्टिवेट करके बेचने और उन्हीं आईडी पर बैंक खाते को खोलने के मामले में 9 लोगों की गिरफ्तारी की गई थी. वहीं इसी गिरोह के पांच और सदस्यों की गिरफ्तारी दिल्ली के उत्तम नगर से हुई थी. मामले में अब तक 16 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है.
खोले गए बैंक खातों को किया जा रहा चिन्हित
एटीएस की टीम ऐसे बैंक खातों को चिन्हित करने का काम कर रही है, जो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खोले गए थे. अब एटीएस की टीम ने नोएडा से दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए दोनों चीनी नागरिक इसी गिरोह के सदस्य है, जो इन एक्टिवेटेड सिम से खाते खोलकर ऑनलाइन लेनदेन कर रहे थे. वहीं एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया इस मामले को लेकर चीनी दूतावास को भी सूचना दी जा रही है.
मामले को लेकर जारी किया जा चुका है रेड काॅर्नर नोटिस
एटीएस को जांच में पता चला था कि मामले में कुछ विदेशी लोग भी शामिल हैं. इसीलिए रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया था. एटीएस के अनुसार नोएडा से चीनी नागरिक लि टेंग ली नाम की महिला और जु जुम्फी नाम के युवक को गिरफ्तार किया है. दोनों ने पूछताछ में बताया की वह एक्टिवेटेड सिम प्राप्त करके गुरुग्राम के एक होटल के चीनी मालिक के निर्देश पर चीनी मैनेजर को उपलब्ध कराते थे और फिर वी चैट ऐप के माध्यम से जुड़े रहते थे. एटीएस टीम इनसे पूछताछ कर अभी और जानकारी जुटा रही है.
रडार पर हैं 1500 मोबाइल नंबर और बैंक खाते
साइबर इकोनॉमिक्स फ्रॉड के मामले में एटीएस की टीम ने पिछले दिनों जिन 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. पूछताछ में उन आरोपियों ने बताया कि वह 15 सौ से ज्यादा एक्टिवेटेड सिम दिल्ली में कई लोगों को बेचे हैं और इन्हीं सिम नंबरों के आधार पर फर्जी दस्तावेजों से बैंक खाते भी खोले गए हैं. जिनसे ऑनलाइन लेनदेन और कार्ड लेस पेमेंट हुआ है. वहीं इन बैंक खातों का प्रयोग आतंकी फंडिंग के मामले से जोड़ कर भी एटीएस जांच कर रही है.