लखनऊः बहुत सी अमेरिकी कंपनियों का चीन से अब मोहभंग हो रहा है. अब अमेरिकी कंपनियां कारोबार के लिए चीन छोड़कर भारत के उत्तरप्रदेश में तलाश रही हैं मौके. बताया जा रहा है कि जिन नीतियों के साथ यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस को बढ़ने से रोका है उससे अमेरिकी कंपनियां काफी प्रभावित हैं.
योगी सरकार की नीतियों से प्रभावित हैं अमेरिकी निवेशक उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि जब अमेरिकी कंपनियों को राज्य के निजी विश्वविद्यालय अधिनियम और योगी शासन के दौरान निजी विश्वविद्यालयों के प्रभावशाली विकास के बारे में पता चला तो अमेरिका और भारत की सामरिक भागीदारी के बैनर तले आने वाले अमेरिकी निवेशकों ने यूपी में शैक्षणिक परिसर स्थापित करने में गहरी दिलचस्पी दिखाई.
अमेरिकी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने कहा कि वे निश्चित रूप से उत्तर प्रदेश को अपने अगले व्यवसाय के लिए प्राथमिकता देंगे क्योंकि उन्हें लगता है कि यूपी में मजबूत ग्राहक आधार और पर्याप्त कुशल श्रमशक्ति है. इसके अलावा एक अनुकूल काम करने का माहौल भी है. उन्होंने मुख्य रूप से रक्षा, फार्मास्यूटिकल्स, खाद्य प्रसंस्करण, इलेक्ट्रॉनिक्स और शिक्षा क्षेत्रों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विशिष्ट नीतियों के बारे में अमेरिकी कंपनियों को बताया जिससे वे काफी प्रभावित हुए.
वेबिनार के जरिये हुई बातचीत में कई कंपनियों ने भाग लिया जिनमें एडोब, बोस्टन वैज्ञानिक मास्टर कार्ड और यूपीएस शामिल हुए. सिद्धार्थ नाथ सिंह ने वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम के साथ, जिसमें औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन और एमएसएमई के प्रमुख सचिव, नवनीत सहगल शामिल थे राज्य की तरफ से प्रतिनिधित्व किया.