लखनऊःअल्लामा मुफ्ती आजम शाह अबुल कासिम मोहम्मद साहब की याद में लखनऊ के फिरंगी महल में दो दिवसीय उर्स का आगाज हो गया. इसकी अध्यक्षता काज़ी ए शहर मुफ्ती अबुल इरफान मियां फिरंगी महली ने की. इस उर्स में शुक्रवार को अल्लामा मुफ्ती आजम शाह अबुल कासिम को याद करते हुए लोगों ने देश में अमन चैन और भाईचारे की दुआ की.
अकीदतमंदों ने की शिरकत
फिरंगी महल में उर्स का आगाज, अमन चैन की मांगी दुआ
उत्तर प्रदेश के लखनऊ के फिरंगी महल में अल्लामा मुफ्ती आजम शाह अबुल कासिम मोहम्मद साहब की याद में दो दिवसीय उर्स का आगाज हो गया. इसकी अध्यक्षता काज़ी ए शहर मुफ्ती अबुल इरफान मियां फिरंगी महली ने की.
इस साल भी अल्लामा मुफ्ती आजम शाह अबुल कासिम मोहम्मद अतीक़ मियां की याद में लखनऊ के चौक स्थित फरंगी महल में उर्स मनाया जा रहा है. काज़ी ए शहर अबुल इरफान मियां फिरंगी महली की अध्यक्षता में इस दो दिवसीय उर्स का आगाज हुआ है. इसमें कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए अकीदतमंदों ने शिरकत की. इस दौरान काज़ी ए शहर मुफ्ती अबुल इरफान मियां फिरंगी महली ने संबोधन के दौरान अल्लामा मुफ्ती आजम शाह अबुल कासिम मोहम्मद को याद किया. उन्होंने कहा कि उनकी दी हुईं शिक्षाएं हमारे लिए आज भी महत्वपूर्ण हैं. इन पर अमल करके हम एक अच्छा जीवन गुजार सकते हैं और समाज को बेहतर संदेश दे सकते हैं.
क़ुरान की तिलावत के बदले मिलती है नेकियां
उर्स में कई उलमाओं ने अपने विचार व्यक्त किए. उन्होंने कहा कि कुरान शरीफ की तिलावत करने के दौरान हर एक आयात से एक के बदले 10 नेकियां मिलती हैं. मोहम्मद साहब ने भी अपने जीवन काल में लोगों को शिक्षा हासिल करने और दूसरे लोगों के साथ नेकियां करने की हिदायत दी है. इस ख़ास मौक़े पर देश और दुनिया के लोगों के लिए दुआ की गई. कोरोना महामारी से निजात दिलाने के लिए विशेष दुआ का आयोजन किया गया.