लखनऊ : उच्चतम न्यायालय के द्वारा प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया मामले में बीएड प्रशिक्षितों को बेसिक कक्षाओं की भर्ती से बाहर करने के आदेश के बाद पूरे प्रदेश में इसको लेकर हड़कंप मचा हुआ है. राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के निर्णय पर रोक लगाने के बाद से सबसे ज्यादा असर उत्तर प्रदेश के अभ्यर्थियों पर देखने को मिल रहा है. ऐसे में उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2022 में सफल हुआ बीएड अभ्यर्थियों को प्राथमिक विद्यालयों की भर्ती प्रक्रिया से बाहर होना पड़ सकता है. टीईटी-2022 में सफल हुए कुल अभ्यर्थियों में बीएड प्रशिक्षित दो लाख 20 हजार 65 अभ्यर्थी शामिल हैं. ऐसे में बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी पाने की उम्मीद लगा कर बैठे अभ्यर्थियों को अब सुप्रीम कोर्ट में आगे होने वाली सुनवाई को लेकर इंतजार करना पड़ेगा.
उच्च प्राथमिक स्तर के लिए कुल आठ लाख 73 हजार 553 अभ्यर्थियों ने टीटी में शामिल होने के लिए आवेदन किया था. जिसमें से कुल सात लाख 65 हजार 925 अभ्यार्थियों ने परीक्षा दी थी. इसमें से दो लाख 16 हजार 994 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया था. टीईटी 2022 में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर के लिए कुल छह लाख 91 हजार 903 अभ्यर्थी परीक्षा पास करने में सफल हुए थे. इनमें दो लाख 20 हजार 65 अभ्यर्थ बीएड की योग्यता रखते हैं. इन्होंने बीटीसी नहीं किया है. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बाद भविष्य में आने वाली प्राथमिक विद्यालयों की भर्ती प्रक्रिया से या अभ्यर्थी खुद ही बाहर हो सकते हैं.