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यूपी की बसों में सफर के लिए ‘नो मास्क नो ट्रैवल’ पॉलिसी - guidelines for safe journey

उत्तर प्रदेश में अब बसों के संचालन के लिए तैयारियां की जाने लगी हैं. इसके लिए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की ओर से गाइडलाइन भी जारी की गई है. यात्रियों के सुरक्षित सफर के लिए नो मास्क-नो ट्रैवल की पॉलिसी लागू की जाएगी.

रोडवेज लागू करेगा  ‘नो मास्क, नो ट्रेवल’ पॉलिसी
रोडवेज लागू करेगा ‘नो मास्क, नो ट्रेवल’ पॉलिसी

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Published : May 13, 2020, 4:28 PM IST

लखनऊ: यूपी रोडवेज की बसों में सफर करने के दौरान अब मास्क पहनना अनिवार्य होगा. अगर मास्क नहीं पहना तो आपको बस में चढ़ने से रोक दिया जाएगा. परिवहन निगम के एमडी डॉ. राजशेखर ने बसों के संचालन से जुड़े अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं. उन्होंने साफ किया है कि यात्रियों के सुरक्षित सफर के लिए नो मास्क-नो ट्रवेल की पॉलिसी लागू की जाएगी.

एमडी डॉ. राजशेखर के मुताबिक कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए बस अड्डों पर हैवी ड्यूटी ऑटोमैटिक थर्मल स्कैनर सेंसर कैमरा लगाने के निर्देश दिए हैं. इससे पैसेंजर्स के शरीर के तापमान को आसानी से मापा जा सकेगा. इसके अलावा सुरक्षित सफर के लिए कई अन्य गाइड लाइन भी जारी की है.

सुरक्षित सफर के लिए जारी गाइडलाइन

  • सभी बसों को पूरी तरह से सैनिटाइज करके ही चलाया जाएगा.
  • हर 6 घंटे में एक बार बस स्टेशनों की सफाई और सैनिटाइजेशन होगा.
  • पैसेंजर्स का तापमान मापने के लिए बड़े बस अड्डों पर हैवी ड्यूटी ऑटोमैटिक ऑटोमैटिक थर्मल सेंसर लगाया जाएगा.
  • बसों और बस अड्डों के अंदर हैंड सैनिटाइजर की व्यवस्था की जाएगी.
  • पैसेंजर्स के लिए नो मास्क-नो ट्रैवल पॉलिसी लागू होगी.

ड्राइवर और कंडक्टर की सुरक्षा

  • सभी ड्राइवर, कंडक्टर और बस स्टेशन के कर्मचारी मास्क, हैंड सैनिटाइजर और दस्ताने का प्रयोग करेंगे.
  • सभी बस अड्डों पर कोविड टास्क फोर्स की तैनाती होगी.
  • हर टीम में पांच सदस्य होंगे.
  • हर बस अड्डे पर यह फोर्स तैनात होगी.
  • इसका मुख्य कार्य बस अड्डों पर सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था को बनाए रखना होगा.
  • कैमरा युक्त टेम्परेचर सेंसर आधारित प्रवेश द्वार का उपयोग सभी कार्यालयों में किया जाएगा.

इन सबके अलावा जिन बस स्टेशनों पर यात्रियों का दबाव पांच हजार से अधिक होता है, वहां हैवी ड्यूटी ऑटोमैटिक टेम्परेचर मापने के लिए सेंसर बेस्ड टेम्परेचर मेजरिंग कैमरे लगाए जाएंगे. यह प्रति सेकेंड में 30 लोगों के तापमान माप सकता है. जिन व्यक्तियों का तापमान सामान्य से अधिक होगा तो यह तुरंत एक्टिव हो जाएगा. यह ऐसे व्यक्तियों की तस्वीरें खींचने के साथ ही अलार्म बजाकर और रेड लाइट के माध्यम से सतर्क करेगा. सभी बस स्टेशनों पर थर्मल बंदूकों की व्यवस्था होगी. पांच हजार से अधिक भीड़-भाड़ वाले बस स्टेशनों पर चार थर्मल बंदूकों की व्यवस्था होगी.

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