लखनऊ: विजिलेंस की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आय से अधिक संपत्ति के मामले में शुक्रवार को यूपीएसआरटीसी के सेवा प्रबंधक रमेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया. वजीरगंज पुलिस की टीम की सहायता से विजिलेंस टीम ने इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. गिरफ्तारी के बाद वजीरगंज पुलिस ने रमेश कुमार को न्यायालय में पेश किया जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया.
महत्वपूर्ण बातें-
- विजिलेंस टीम और वजीरगंज पुलिस की बड़ी कार्रवाई.
- परिवहन निगम के सेवा प्रबंधक गिरफ्तार.
परिवहन निगम से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2009 से 2013 तक रमेश कुमार बांदा के चित्रकूट रीजन में उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम में सेवा प्रबंधक के पद पर कार्यरत थे. रमेश कुमार के खिलाफ बांदा कोतवाली में आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज है. यह मुकदमा जुलाई 2009 में दर्ज किया गया था. इसकी जांच विजिलेंस टीम कर रही थी.
विजिलेंस की जांच में पता चला कि 2009 से 2013 के बीच इस पद पर रहते हुए रमेश कुमार ने अपनी आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है. रमेश कुमार ने अपने आय के ज्ञात स्रोतों से कुल 16,91,169 रुपये की संपत्ति अर्जित की थी. इस दौरान उन्होंने 23,09,587 रुपये खर्च किए, जबकि उनकी कुल आय और व्यय में 6,18,418 रुपये का अंतर पाया गया. जब विजिलेंस ने इस सम्पत्ति का ब्यौरा मांगा तो रमेश कुमार ब्यौरा देने में असमर्थ रहे. विजिलेंस की जांच में रमेश कुमार की संपत्ति आय से 36.56 फीसद अधिक पाई गई.
जांच में दोषी पाए जाने पर बांदा कोतवाली में रमेश कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. इसके बाद लखनऊ परिवहन निगम मुख्यालय में सेवा प्रबंधक के पद पर रमेश कुमार की तैनाती हो गई. विजिलेंस की रिपोर्ट पर शासन से अभियोजन की स्वीकृति मिलने के बाद टीम ने वजीरगंज पुलिस की सहायता से रमेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया.