बस स्टेशनों की बिल्डिंगों की छतों को किराए पर देने की जानकारी देते प्रबंध निदेशक. लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम लगातार यात्रियों को सुविधाएं देने के साथ ही निगम की आय में बढ़ोतरी कैसे हो, इसे लेकर प्रयास कर रहा है. अब यात्रियों की सुविधा के लिहाज से परिवहन निगम ने फैसला लिया है कि बस स्टेशनों की बिल्डिंग की छतों को किराए पर दिया जाएगा. जिससे बस स्टेशन पर बसों से सफर करने वाले यात्रियों को सुविधा मिलेगी. साथ ही परिवहन निगम को भी इससे लाभ होगा. "ईटीवी भारत" से बातचीत करते हुए परिवहन निगम का प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने बताया कि यात्रियों को सुविधा के लिहाज से ही यह फैसला लिया गया है.
बस स्टेशनों की बिल्डिंगों की छतें किराए पर दी जाएंगी. बैठक में लिए गए अहम निर्णय : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के सभागार में सोमवार को महत्वपूर्ण बैठक हुई. जिसमें वित्त मंत्री के साथ ही परिवहन मंत्री और परिवहन निगम के अधिकारी शामिल हुए. इस बैठक में यह फैसला लिया गया कि परिवहन निगम के बस स्टेशनों के बिल्डिंग की छतों का भी इस्तेमाल किया जाए. उत्तर प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा है कि यूपीएसआरटीसी के बस स्टेशनों की छतों का कामर्शियल इस्तेमाल जल्द किया जाएगा. यूपीएसआरटीसी एक कामर्शियल आर्गेनाइजेशन है. इसकी आय बढ़ाने का हर सम्भव प्रयास करना होगा. इसके लिए पूरे प्रदेश में 76 बस स्टेशनों का चिन्हांकन किया गया है, जिसकी छतों को कामर्शियल प्रयोग के लिए लीज पर परिवहन निगम देगा.
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के सभागार में बैठक. कामर्शियल इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा :वित्त मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री का निर्देश है कि परिवहन निगम के बस अड्डों को ऐसे मॉडल पर तैयार किया जाए, जिससे परिवहन निगम की आय में वृद्धि हो सके. उन्होंने कहा कि यह भी महत्वपूर्ण हो कि लोगों की जेब पर बिना बोझ डाले ही परिवहन निगम की आय को बढ़ाया जा सके. उन्होंने कहा कि परिवहन निगम के बस अड्डों के बिल्डिंगों की पीडब्ल्यूडी विभाग के इंजीनियरों के साथ मिलकर उसका एक व्यापक सर्वेक्षण किया जाय. उसके बाद ही आवश्यकतानुसार आधुनिकतम तकनीक का प्रयोग करते हुए कामर्शियल इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा. इन बिल्डिंगों को कामर्शियल प्रयोग करने के लिए इन्वेस्टर को बिड के माध्यम से लांग टर्म लीज पर दिया जाएगा. बस अड्डों पर संचालित और बनने वाले टायलेट की स्थिति बेहतर होनी चाहिए. मेट्रो स्टेशन और एयरपोर्ट की तर्ज पर यूपी परिवहन निगम के बस अड्डों को भी विकसित किया जाएगा. परिवहन निगम के अधिकारी जल्दी एक मास्टर प्लान तैयार कर प्रस्तुत करें.
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के सभागार में बैठक. परिवहन निगम को आत्मनिर्भर बनाने की जिम्मेदारी हम सबकी : इस मौके पर परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि परिवहन निगम को आत्मनिर्भर बनाने की जिम्मेदारी हम सबकी है. वित्त मंत्री का पूरा सहयोग परिवहन विभाग को मिल रहा है. इसका लाभ उठाते हुए हमें परिवहन निगम को बेहतर बनाने का प्रयास करना चाहिए. परिवहन निगम के लगभग सभी बस स्टेशनों की लोकेशन शहर के सबसे महत्वपूर्ण जगहों पर है. जिसका लाभ लेते हुए हम परिवहन निगम को मुनाफे में पहुंचा सकते हैं. उन्होंने परिवहन निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि परिवहन निगम के बस स्टेशनों से सम्बंधित समस्त वादों का निस्तारण शीघ्र कराएं. परिवहन निगम की छतों का कामर्शियल प्रयोग के अलावा विज्ञापन के लिए हम परिवहन निगम के बस अड्डों का इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे भी परिवहन निगम की आय में वृद्धि होगी. परिवहन निगम पांच बस अड्डों को पीपीपी मॉडल पर दे चुका है. 18 बस अड्डों को पीपीपी मॉडल पर देने की कार्रवाई चल रही है. प्रमुख सचिव परिवहन एल. वेंकटेश्वर लू ने कहा कि मंत्रियों की तरफ से दिए गए निर्देशों का पालन किया जाएगा. सभी कार्यों को मूर्तरूप दिया जाएगा.
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