लखनऊ: रोडवेज अधिकारी अब परफॉर्मेंस बेहतर करेंगे तो इसका नतीजा भी उन्हें उनके प्रमोशन और स्थानांतरण के समय मिलेगा. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. राजशेखर ने सभी अधिकारियों के लिए स्कोरिंग प्रणाली लागू की है. यही ग्रेड, ग्रेड अधिकारियों के प्रमोशन और स्थानांतरण का भी पैमाना होगा.
अलग-अलग प्वाइंट्स पर अंक निर्धारित
एमडी ने अलग-अलग 12 पॉइंट्स के लिए 100 अंक निर्धारित किए हैं. दुर्घटनाओं पर अधिकारियों को संवेदनशील बनाए जाने के लिए इकाई और क्षेत्र के कुल अंकों से दुर्घटनाओं के आधार पर फैटल, मेजर और माइनर प्रति दुर्घटना पर 3, 2 और 1 अंक एवं प्रति घायल/मृतक पर 1 अंक की अतिरिक्त कटौती की जाएगी. प्रबंध निदेशक की अध्यक्षता में गठित मूल्यांकन निगरानी समिति ग्रेडिंग को अंतिम रूप देगी. इस समिति में सदस्य के रूप में अपर प्रबंध निदेशक, मुख्य प्रधान प्रबंधक (संचालन), मुख्य प्रधान प्रबंधक (प्राविधिक), प्रधान प्रबंधक (एमआईएस), प्रधान प्रबंधक (पीआईडीएम), प्रधान प्रबंधक सड़क सुरक्षा शामिल हैं.
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यह हैं परफॉर्मेंस के मानक
- बस उपयोगिता प्रतिबस/प्रतिदिन, लोड फैक्टर, उपलब्धता के सापेक्ष संचालित बसों का प्रतिशत, लाभ हानि प्रति बस/ प्रतिदिन, चालक परिचालक उपयोगिता.
- सॉफ्टवेयर के माध्यम से चालक/ परिचालक का कार्य आवंटन/ निर्धारित ड्रेस में चालक परिचालक की उपस्थिति.
- बस के डीजल औसत की वृद्धि, टि्वटर, हेल्पलाइन, व्हाट्सएप, मेल पर यात्रियों के प्राप्त सुझाव और शिकायत.
- सुरक्षित यात्रा के लिए लंबी दूरी के मार्गों पर संचालित बसों का 13 बिंदु का निरीक्षण/चालकों का ब्रेथ टेस्ट, बस के रखरखाव के लिए 31 बिंदुओं का निरीक्षण.
- बस स्टेशन पर यात्री सुविधाओं की उपलब्धता और उसके रखरखाव के आधार पर, बसों की साफ सफाई की स्थिति.
- चालकों परिचालकों के विश्राम गृह के रखरखाव, उच्च अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान सुधारात्मक प्रयास.