लखनऊ: सोमवार को वेतन नहीं मिलने पर स्मार्ट सिटी कार्यालय में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने जमकर हंगामा (Outsourcing employees protest in Lucknow ) किया. आरोप है कि उनको दो महीने 10 दिन का वेतन नहीं मिला है. इसको लेकर कई बार शिकायत की गई, लेकिन उसके बाद भी वेतन नहीं मिला. यहां तक कि एचएमएस संस्था में इसकी शिकायत की गई, तो उनके मैनेजर शशांक पांडेय ने कहा कि अभी वेतन नहीं मिलेगा. चाहें तो नौकरी छोड़ सकते हैं. इसके बाद नाराज कर्मचारियों ने जमकर हंगामा किया.
धरने में शामिल अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि जोन छह में पहले शिकायत की गई थी. उसके बाद भी उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया. यहां तक कि हमारे समर्थन में बात करने वाले अधिकारियों को हटवा दिया गया. इससे नाराज सभी कर्मचारियों ने सोमवार को काम करना बंद कर दिया. कर्मचारियों ने बताया कि उन लोगों से 8 की जगह 12 घंटे काम कराया जा रहा है. ऐसे में 12 घंटे काम करने के बाद भी वेतन नहीं मिलता है, तो घर चलाना मुश्किल हो गया है. सैलरी नहीं मिलने के कारण वार्ड में काम करना मुश्किल हो गया है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में इसको लेकर आंदोलन तेज किया जाएगा.
कार्रवाई करने वाली टीम पर खड़े हुए सवाल:नगर निगम सीमा में अतिक्रमण व प्रतिबंधित पॉलिथीन पर कार्रवाई के लिए ईटीएफ पर ही सवाल उठने लगे हैं. सोमवार को नगर निगम में ईटीएफ प्रभारी सत्येन्द्र सिंह व टीम लीडर राजेश कुमार सिंह के बीच जमकर नोकझोंक हुई. फोन पर बातचीत के दौरान प्रभारी सत्येन्द्र सिंह ने टीम लीडर राजेश कुमार सिंह को अपशब्द कहे. इसका आडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. बातचीत में ईटीएफ प्रभारी सत्येन्द्र सिंह टीम लीडर को मेन्टल कहते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग करते सुनायी दे रहे हैं.