लखनऊ: यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अवनीश अवस्थी द्वारा बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य की समीक्षा बैठक की गई. उन्होंने परियोजना के स्ट्रक्चर्स की प्रगति तीव्र गति से बढ़ाने के लिये मशीनरी और टेक्निकल स्टाफ पर्याप्त संख्या में बढाने के लिए निर्देशित किया. बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजना के कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के लिए अवनीश अवस्थी ने सख्त निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि कार्यों की गुणवत्ता पर किसी भी कीमत पर समझौता न किया जाए.
कमियों को दूर करने के दिए निर्देश
अवनीश अवस्थी ने थर्ड पार्टी आडिटर द्वारा इंगित की गई कमियों का निराकरण करने के कड़े निर्देश दिए. अब तक लगभग 37 प्रतिशत भौतिक कार्य सम्पन्न हो चुका है. गौरतलब है कि बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर हो रहा है. इसके साथ ही उन्होंने पैकेज 01 और 02 में कार्य और तेजी से करने के निर्देश दिए. परियोजना में केन नदी पर बन रहे पुल और 04 आरओबी पर कार्य करने के लिए आवश्यक मशीनरी डिप्लाॅए करने के आदेश देते हुए एक्सप्रेस-वे की अवशेष भूमि अधिग्रहण का कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए, जिससे कार्य में विलम्ब न हो.
परियोजना के अंतर्गत आने वाली पावर ग्रिड की लाइनें हटाई जाएं
अवनीश अवस्थी ने निर्देशित करते हुए कहा कि परियोजना के अन्तर्गत आने वाली पावर ग्रिड लाइनों को हर हालत में मार्च तक हटाया जाए और अथाॅरिटी इंजीनियर एवं पीआईयू को गुणवत्ता की जांच लगातार करने को कहा, जिससे एक्सप्रेस-वे का निर्माण उच्च गुणवत्ता के साथ कराया जा सके. इस बैठक में एक्सप्रेस-वे के निर्माण में विभिन्न ईपीसी काॅन्टैक्टर द्वारा रोड साइन बोर्ड एवं रोड मार्किंग में एकरुपता एवं एक्सप्रेस-वे यूजर फ्रेन्डली बनाये जाने के लिए मेसर्स आईसीटी के प्रतिनिधि द्वारा प्रस्तुतीकरण भी दिया गया.
बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस-वे का 37 प्रतिशत काम पूरा
उल्लेखनीय है कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य इस दिनों काफी तेजी से चल रहा है. अब तक लगभग 37 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है. बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे में अब तक क्लीयरिंग एण्ड ग्रबिंग का कार्य 92.25 प्रतिशत और मिट्टी का कार्य 76.86 प्रतिशत से अधिक पूरा कर लिया गया है. कुल 819 में से 411 स्ट्रक्चर्स का कार्य भी पूरा किया जा चुका है.
अवनीश अवस्थी ने यह भी बताया कि जुलाई 2021 में 35 प्रतिशत का द्वितीय माइल स्टोन पूरा करने का लक्ष्य है, जबकि 5 महीने पूर्व ही यानि 15 फरवरी को ही ये लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा. एक्सप्रेस-वे पर 04 रेलवे ओवर ब्रिज, 14 दीर्घ सेतु, 06 टोल प्लाजा, 07 रैम्प प्लाजा, 268 लघु सेतु, 18 फ्लाई ओवर और 214 अण्डरपास का निर्माण कराया जाएगा.