लखनऊ: छह से अधिक बैंकों का दूसरी बैंकों में विलय होने के बाद राजधानी के सैकड़ों खाता धारकों के खाता नंबर भी बदल रहे हैं. ऐसे में अपने खाता नंबर विलय होने के बाद नई बैंक में अपडेट कराना बहुत जरुरी हो गया है. नहीं तो तमाम तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. अपडेट न कराने पर कोषागार से आने वाली पेंशनरों की पेंशन भी फंस सकती है.
पेंशनर को अपडेट कराना होगा बैंक खाता नंबर
सभी पेंशनरों को अपनी पेंशन में आने वाली समस्या को दूर करने को लेकर बैंक खाता नंबर अपडेट करना होगा. कोषागार विभाग से ऐसे पेंशन धारकों को खाता संख्या अपडेट कराने की बात कही गई है, जिससे संबंधित बैंकों का विलय दूसरे बैंकों में हुआ है. ऐसे सैकड़ों पेंशन धारकों का बैंक खाता नंबर 1 अप्रैल से बदल जाएगा. इनमें मुख्य रुप से बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय होने वाले विजया बैंक और देना बैंक सहित कई अन्य बैंक शामिल हैं.
इन बैंकों का बदला सिर्फ आईएफएससी कोड
जिन बैंकों का दूसरी बैंकों में विलय हुआ है, उनके ग्राहकों को नंबर अपडेट कराने को लेकर संदेश भेजे जा रहे हैं, जिससे किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाए. कोषागार विभाग के अधिकारियों के अनुसार इंडियन बैंक, केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में विलय होने वाले बैंकों का सिर्फ आईएफएससी कोड ही बदला है. ऐसे में बैंकों से जानकारी मांगकर इसे अपडेट किया जा रहा है.