लखनऊ:भारत मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि हमारा उद्देश्य अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ उत्तर प्रदेश सरकार को ज्यादा से ज्यादा वेदर और क्लाइमेट सर्विस प्रदान की जाए. उत्तर प्रदेश में जितनी आपदा आती हैं उनका अच्छे से निरीक्षण किया जाए, पूर्वानुमान किया जाए, जिससे जानमाल का जो नुकसान हो रहा है उसे कम किया जाए. इसके साथ-साथ अभी कोई ऐसा सेक्टर नहीं बचा है, जहां वेदर और क्लाइमेट का इस्तेमाल नहीं होता है. उत्तर प्रदेश में जो इस समय सोशियो इकोनामिक प्रोग्रेस चल रही है, इसमें वेदर क्लाइमेट इंफॉर्मेशन को भागीदार बनाना उनका लक्ष्य है. इसको भागीदार बनाकर उत्तर प्रदेश की सामाजिक व आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए वे लोग भी योगदान करेंगे.
निदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि मौसम व जलवायु की जो जानकारी वे लोग देते रहते हैं. उसमें वे लोग प्रयासरत है कि इसे जनता के बीच अच्छी तरह से पहुंचा सकें. उसके लिए उत्तर प्रदेश के अंतर्गत जो वेदर से संबंधित इंस्ट्रूमेंट हैं उनको और बढ़ाना चाहिए. इसकी मॉडलिंग और फोरकास्टिंग को और बढ़ाना होगा.