लखनऊ :जिले में सब्जियों की आवक कम है, जबकि डिमांड ज्यादा है. इससे कीमतों में इजाफा हो गया है. आवक कम होने के पीछे का कारण कड़ाके की ठंड है. थोक और फुटकर बाजार में सब्जियों के दाम हर दिन बढ़ रहे हैं. हालात यह हैं कि लोगों को सब्जियों को खरीदने के लिए मनमानी कीमत चुकानी पड़ रही है. इससे कई लोगों ने मनचाही सब्जियों से दूरी बना ली है. हालांकि आगामी दिनों में कीमतों में गिरावट की उम्मीद जताई जा रही है. जानिए मंगलवार 9 जनवरी को मंडियों में सब्जियों के थोक और फुटकर भाव..
जिले में बड़े पैमाने पर हरी और अन्य सब्जियों की आवक ग्रामीण क्षेत्र से होती है. जिले के गांव-कस्बों से भी सब्जी की आवक होती है. लोगों को अच्छी आवक होने से सब्जियां किफायती दामों पर मिल जाती थीं लेकिन ठंड का दौर जबसे शुरू हुआ है सब्जियों की मांग बढ़ी है, दाम भी तेजी से बढ़ रहे हैं. जो लोग पहले 50 से 100 रुपये के अंदर अपनी जरूरत के अनुसार हरी और अन्य सब्जियों को खरीद लेते थे, उन्हें अब 150-200 रुपये तक चुकाने पड़ रहे हैं. उसके बाद भी न तो सब्जियां ताजी मिल पा रही हैं और न ही उनमें स्वाद मिल रहा है. कुछ दिनों पहले तक भिंडी व लौकी 10 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा था, अब इसकी कीमत 50-6 रुपये प्रति किलो मण्डी भाव तक पहुंच गई है. इसी तरह अन्य सब्जियों के दाम में भी 30 से 40 प्रतिशत तक बढ़ोतरी हो गई है.
मंडी में सब्जियों के थोक भाव :मटर 20 रुपये प्रति किलो, करेला 40 रुपये किलो, पालक 20 रुपये किलो, खीरा 20 रुपये किलो, भिंडी 70 रुपये किलो, गाजर 15 रुपये किलो, शिमला मिर्च 20 रुपये किलो, आलू (नया) 10 रुपये किलो, गोभी 15 रुपये प्रति पीस, टमाटर 25 रुपये किलो, मिर्ची 30 रुपये किलो, प्याज 20 रुपये किलो, लहसुन 250 रुपये किलो, बैंगन (भंटा) 20 रुपये किलो, पत्तागोभी 10 रुपये किलो, सेम 25 रुपये किलो, कद्दू 10 रुपये किलो, लौकी 50 रुपये किलो, परवल 30 रुपये किलो और नींबू 50 रुपये किलो थोक के भाव में बिक रहा है.