लखनऊ :15 जनवरी के बाद से सहालग की धूम मची हुई है. इन शादियों में मिक्स वेज और तवा सब्जियां जरूर बनती हैं, यही कारण है कि मंडी में हरी सब्जियों की मांग बढ़ गई है. इन दिनों करेला और लौकी ने भी अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है. महीने भर से 10 से 15 रुपये किलो के रेट से बिकने वाली लौकी इन दिनों मंडियों में 20-25 रुपये थोक भाव से बिक रही है, वहीं शिमला मिर्च, कद्दू, आलू, बन्द गोभी, परवल, खीरा जैसी कई सब्जियों में पिछले 5 से 10 दिनों में दस से पन्द्रह रुपये तक की गिरावट आई है. व्यापारियों का कहना है कि 'सहालग में हरी सब्जियों का सस्ता होने का मुख्य कारण बाजारों में भरपूर आवक होना है. जिस कारण मांग के सापेक्ष सप्लाई भी खूब हो रही है. आइये जानते हैं (6 फरवरी) को क्या रहे सब्जियों के दाम.
UP Vegetable Price : शादियों के सीजन में करेला, नींबू व लौकी के दाम में बढ़ोतरी, जानिए आज के भाव
मंडी में इन दिनों करेला और लौकी के दामों में बढ़ोतरी (UP Vegetable Price) हुई है, वहीं कई सब्जियों के दामों में दस से 15 रुपये की गिरावट भी देखी जा रही है. आइये जानते हैं (6 फरवरी) को क्या रहे सब्जियों के दाम.
शादी के सीजन में हरी सब्जियों के दाम कम हो गए हैं. व्यापारी सब्जी रेट कम होने का सबसे बड़ा कारण लोकल मंडियों में हरी सब्जियों की भरपूर आवक होना बता रहे हैं. व्यापारियों का कहना है कि 'शादियों के सीजन के कारण इस्तेमाल में आने वाली कुछ सब्जियां लौकी, करेला, नींबू, लहसुन महंगा हो गया है. बात करें अन्य हरी सब्जियों की तो कद्दू, फूलगोभी, पालक, बैंगन हरी मिर्च, शिमला मिर्च, हरी मटर सहित कई सब्जियां सस्ती हो गई हैं. साथ ही करेला और भिंडी के दाम बढ़े हुए हैं. कुछ सब्जियों को छोड़कर ज़्यादातर कम दामों पर बिक रही हैं.' मंडी जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में सब्जियों के दामों पर और भी कमी होने के आसार दिख रहे हैं.'
सब्जियों के दाम मंडी भाव
आलू (पुराना)-रु 10 किलो
खीरा-रु 12 किलो
नया आलू-रु8 किलो
प्याज-रु20 किलो
टमाटर-रु10 किलो
नींबू-रु50 किलो
कद्दू-रु10 किलो
लौकी-रु25 किलो
पालक-रु15 किलो
भिंडी-रु55 किलो
मिर्च-रु30 किलो
गोभी-रु10/पीस
लहसुन-रु40 किलो
करेला-रु40 किलो
परवल-रु30 किलो
मटर-रु15 किलो
सेम-रु30 किलो
बैंगन- रु 15 किलो
गाजर - रु 8 किलो
शिमला मिर्च-रु10 किलो
सहालग के कारण हरी सब्जियों के दामों में इन दिनों काफी कमी हुई है. व्यापारियों का कहना है कि 'सहालग के कारण ज्यादा इस्तेमाल होने वाली हरी सब्जियों की मांग बढ़ गई है, वहीं सब्जियों के दाम कम होने का एक कारण आवक में बढ़ोतरी होना भी है.'
यह भी पढ़ें : Girl Student Death Case In Hostel : मोबाइल देने वाले की तलाश में पुलिस, कॉपी में वाट्सएप की निजी चैट लिखती थी प्रिया!