लखनऊः प्याज के दाम अभी भी कम नहीं हुए हैं. अब लहसुन की कीमतों ने आम लोगों के बजट पर असर डालना शुरू कर दिया है. दरअसल, रिटेल मार्केट में लहसुन के दाम 300 से 350 रुपये किलो पहुंच गए हैं हालांकि लहसुन के दाम पहले से ही ज्यादा है लेकिन अब ठंड आते ही और भी ज्यादा उछाल देखने को मिल रहा है ऐसा इसलिए क्योंकि बारिश की वजह से लहसुन की फसल खराब हो गई है. मंडी में लहसुन की आवक कम होने से भाव में और उछाल आ रहा है.व्यापारियों की माने तो लहसुन के दामों में गिरावट की संभावना कम है. पिछले महीने थोक भाव में 150-160 प्रति किलोग्राम से ज्यादा के लिए बेचा जा रहा था और अब यह 200-250 प्रति किलोग्राम के बीच बेचा जा रहा है.
टमाटर, प्याज के बाद अब लहसुन के भाव सातवें आसमान पर पहुंच गए हैं. रिटेल बाजार में लहसुन की कीमत 300 से 350 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं. मौसम की मार के ने लहसुन का जायका बिगाड़ा है, इस कारण आपूर्ति में गिरावट आई है रिपोर्ट के अनुसार देश के अधिकतर इलाकों में लहसुन की कीमतें पिछले 6 हफ्तों में डबल हो गई हैं इस समय थोक बाजार में थोक मंडियों में अच्छी क्वालिटी का लहसुन 220-250 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रहा है जबकि औसत थोक दाम 180-200 रुपए प्रति किलोग्राम है.
रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण भारत के राज्यों से लहसुन की आवक काफी कम हो गई है इनका असर लहसुन की कीमतों पर पड़ा है. कारोबारियों के अनुसार ऊटी और मालापुरम से आपूर्ति में काफी गिरावट आई है, जिससे महंगाई बढ़ गई है. पिछले महीने की तुलना में कीमतें इस सीजन के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं. बेमौसम बारिश के कारण कई हिस्सों में फसल बर्बाद हो गई इससे कीमतें बढ़ रही है इसके अलावा आने वाले समय में अभी लहसुन की कीमतों को लेकर राहत नहीं मिलने वाला है.
थोक भाव (प्रति किलो रुपए में)
आलू नया- 10
आलू पुराना-12
प्याज- 35
परवल- 20
शिमला- 30
तरोई- 30
करेला- 40
गाजर- 20
सेम- 20
लहसुन- 250
फूल गोभी- 15 रुपये/प्रति पीस
भिंडी- 30
पालक- 15
लौकी- 15
कद्दू- 15
टमाटर- 30
घुइयां- 20
हरी मिर्च- 40
अदरक- 80
नीबू- 60
धनिया- 30
खीरा- 20
बन्द गोभी - 6 प्रति पीस