लखनऊः प्रदेश में बिना परमिट के दूसरे राज्यों की निजी बसें धड़ल्ले से चल रही हैं. तमाम सख्ती के बावजूद भी यूपी परिवहन विभाग अवैध तरीके से ओवरलोड होकर चलने वाली इन बसों और इनके संचालकों पर लगाम नहीं लगा पा रहा है. लेकिन, बसों और संचालकों पर शिकंजा कसने के लिए परिवहन विभाग ने एक जून से सघन चेकिंग अभियान की शुरू किया है. इससे बस संचालकों में हड़कंप मच गया.
बिना परमिट दौड़ रहीं दूसरे राज्यों की बसें:यूपी परिवहन विभाग के अभियान में यह बात सामने आई है कि सिर्फ यूपी की ही बसें ही नहीं चल रहीं हैं, बल्कि दूसरे राज्यों की बसों को अवैध तरीके से लखनऊ से होते हुए दिल्ली और अन्य राज्यों तक ले जाया जा रहा है. इन बसों के संचालक बिना रूट परमिट लिए ही बसें दौड़ा रहे हैं. इससे कई बार बड़े सड़क हादसे हो चुके हैं.
अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप:परिवहन विभाग के डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर निर्मल प्रसाद ने एक जून से पांच जून तक अवैध बसों और ओवरलोड वाहनों के खिलाफ चेकिंग अभियान का आंकड़ा जारी किया है. इस आंकड़े से मालूम होता है कि बिना अधिकारियों की मिलीभगत के निजी बसें बिना परमिट के दौड़ नहीं सकती हैं.
126 अनाधिकृत बसें पकड़ीं:यूपी परिवहन विभाग के अभियान के इस विशेष अभियान में कई जिलों के एआरटीओ और पीटीओ स्तर के अधिकारी शामिल हैं. इस अभियान के दौरान प्रवर्तन टीमों ने कुल 126 बसों को अनाधिकृत रूट पर संचालित होते हुए पकड़कर कर कार्रवाई की है. यह बसें केवल यूपी की ही नहीं हैं. इनमें राजस्थान, बिहार, हरियाणा, पंजाब समेत कई अन्य राज्यों की बसें भी शामिल हैं. यहां की बसें वाया लखनऊ होते हुए दिल्ली के रूटों पर बिना रूट परमिट के ही दौड़ रही हैं. इनके कागज भी पूरे नहीं हैं. इस अभियान के दौरान 744 ओवरलोड ट्रकों पर भी कार्रवाई की गई.