लखनऊ :काफी समय से परिवहन विभाग अधिकारियों की कमी से जूझ रहा है. इसके चलते आरटीओ कार्यालयों में काम प्रभावित हो रहे हैं. किसी कार्यालय में अगर एआरटीओ प्रशासन है तो एआरटीओ (प्रवर्तन) नहीं और जहां पर एआरटीओ प्रवर्तन है, वहां पर एआरटीओ प्रशासन का पद खाली है. अधिकारियों की कमी से काम प्रभावित न हो इसे लेकर शासन की तरफ से बुधवार को 52 अधिकारियों को अतिरिक्त कार्यभार थमा दिया गया.
अतिरिक्त प्रभार सौंपे जाने वाले कार्यालयों में लखनऊ, गोरखपुर, बाराबंकी और बनारस जैसे कार्यालय शामिल हैं. लखनऊ में एआरटीओ प्रशासन अखिलेश द्विवेदी को एआरटीओ प्रवर्तन का भी कार्यभार सौंप दिया गया है. बाराबंकी में तैनात एआरटीओ प्रशासन अंकिता शुक्ला को एआरटीओ प्रवर्तन की भी जिम्मेदारी दी गई है. इसी तरह बनारस में तैनात एआरटीओ सर्वेश चतुर्वेदी को एआरटीओ (प्राविधिक) की भी कमान सौंपी गई है. कई यात्री कर अधिकारियों को भी एआरटीओ प्रवर्तन की जिम्मेदारी दी गई है. एक अधिकारी के जिम्मे दो अधिकारियों के काम होने से काफी भार बढ़ जाएगा. हालांकि परिवहन विभाग के अधिकारियों का मानना है कि इससे सब कुछ बेहतर हो सकेगा.
फिरोजाबाद में तैनात एआरटीओ (प्रशासन) राजेश कर्दम को एआरटीओ प्रवर्तन का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है. गोंडा में तैनात यात्री कर अधिकारी शैलेंद्र कुमार तिवारी को वर्तमान पद के साथ सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है. औरैया में तैनात यात्री कर अधिकारी रेहाना बानो को अपने पद के साथ एआरटीओ प्रवर्तन की ही जिम्मेदारी दी गई है. उरई में तैनात यात्री कर अधिकारी विनय कुमार पांडेय को एआरटीओ प्रवर्तन द्वितीय दल की कमान सौंपी गई है. शामली में तैनात एआरटीओ प्रशासन रोहित राजपूत को एआरटीओ प्रवर्तन का भी जिम्मा सौंपा गया है. अयोध्या में तैनात यात्री कर अधिकारी संदीप कुमार को एआरटीओ प्रवर्तन द्वितीय दल की जिम्मेदारी दी गई है. इसी क्रम में अलीगढ़ में तैनात एआरटीओ (प्रशासन) प्रवेश कुमार को एआरटीओ प्रवर्तन प्रथम दल का चार्ज दिया गया है. यात्री माल कर अधिकारी फतेहपुर गोविंद नारायण मिश्रा को वर्तमान पद के साथ ही एआरटीओ प्रवर्तन द्वितीय दल फतेहपुर का कार्यभार दिया गया है.