लखनऊ : चीफ सेक्रेटरी दुर्गाशंकर मिश्र ने शुक्रवार देर शाम लोक भवन में पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की योजनाओं की समीक्षा बैठक की. बैठक में पर्यटन को बढ़ावा दिए जाने और पर्यटकों को बेहतरीन सुविधाएं दिए जाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई. साथ ही बुंदेलखंड, नैमिषारण्य व कई अन्य क्षेत्रों में पर्यटकों का संख्या बढ़ाने के लिए कंसल्टेंट्स द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट व शोध का प्रेजेंटेशन भी चीफ सेक्रेटरी के सामने किया गया.
Lucknow News : चीफ सेक्रेटरी ने धार्मिक स्थलों और हेरिटेज साइट के टूर पैकेज बनाने के दिए निर्देश
चीफ सेक्रेटरी ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अफसरों के साथ समीक्षा बैठक में धार्मिक स्थलों और हेरिटेज साइट के टूर पैकेज बनाने के निर्देश दिए हैं. इस दौरान पर्यटन को बढ़ावा देने और पर्यटकों को सुविधाएं दिए जाने समेत कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई.
चीफ सेक्रेटरी की ओर से जारी विज्ञप्ति में पर्यटन विभाग के अधिकारियों से कहा कि बुन्देलखंड क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ाने के लिए सूक्ष्म, लघु एवं दीर्घ कालिक ऐक्शन प्लान तैयार करें. साथ ही उन्होंने हैरिटेज साइट को पीपीपी मोड पर डेस्टिनेशन होटल, रिजॉर्ट्स, म्यूजियम, फुडकोर्ट आदि के रूप में विकसित करने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि कई धार्मिक स्थलों या हैरिटेज साइट को जोड़कर एक टूर पैकेज तैयार कर लोगों को भ्रमण कराया जा सकता है. इन स्थानों से संबधित त्योहारों या संस्कृति से संबंधित एक्टिविटी कराएं. लोगों को जागरूक करने व उनके अंदर इन स्थानों पर जिज्ञासा उत्पन्न करने के लिए ब्लॉग लिखवाएं और सोशल मीडिया पर व्यापक प्रचार प्रसार भी कराया जाए. इन स्थानों पर बच्चों को पिकनिक पर भेजा जा सकता है.
जल्द पूरा कराया जाए विकास कार्य : चीफ सेक्रेटरी ने कहा कि जिन परियोजनाओं का कार्य एक दो माह में पूरा हो सकते हैं. उन्हें जल्द से जल्द पूरा कराया जाए और पूरा होने के बाद उसका पर्यटन पर क्या प्रभाव पड़ा उसका भी अध्ययन किया जाए. सभी स्थानों पर मूलभूत जरूरतों जैसे शौचालय, पेयजल, बिजली, बैठने हेतु बेंच आदि की व्यवस्था अवश्य होनी चाहिए. पर्यटन विभाग द्वारा साइनेज के लिए मानक तय किए जाएं. पर्यटन के साइनेज में एकरूपता हो, सभी साइनेज का रंग और आकार एक हो और साइनेज में शब्द से ज्यादा स्थान की फोटो को जगह दी जाए. पर्यटन पर आधारित एक मासिक ई-बुलेटिन तैयार करायें। ई-बुलेटिन एक स्टैण्डर्ड फार्मेट बनाएं. जिसमें जनपद में होने वाली विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों, प्रमुख दर्शनीय स्थलों, हेरीटेज साइट्स, खाने की जगह आदि का उल्लेख किया जाए. उन्होंने ब्लॉगर्स और रील्स आदि पर आधारित कंपटीशन कराने का सुझाव दिया. इसके अलावा जनपदों के मध्य भी इस कार्य में प्रतिस्पर्धात्मक माहौल तैयार करने के लिए भी कार्ययोजना तैयार की जाए. अच्छा कार्य करने वाले जिलाधिकारियों को सम्मानित किया जाए. बैठक में प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम, प्रमुख सचिव लोक निर्माण अजय चौहान सहित कई विभागों के अधिकारी उपस्थित थे.
यह भी पढ़ें : CM Yogi Adityanath ने कहा, यूपी में अब उपद्रवी नहीं उत्सव होगा, माफिया नहीं केवल महोत्सव होगा