लखनऊ : मिशन शक्ति अभियान के तहत शिक्षक छात्र-छात्राओं को शिक्षा, सुरक्षा एवं संरक्षा का पाठ पढ़ा रहे हैं. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति अभियान के तहत पूरे प्रदेश के 5,68000 शिक्षक छात्र-छात्राओं को सप्ताह में 3 दिन 1 घंटे तक शिक्षा सुरक्षा एवं संरक्षा का पाठ पढ़ा रहे हैं. इस मिशन के तहत छात्र-छात्राओं की जागरूकता के लिए मिशन प्रेरणा की वेबसाइट से शिक्षकों को वीडियो और अन्य सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है.
दरअसल, मिशन शक्ति अभियान के तहत अब तक 6,71,236 छात्र छात्राओं को जागरूक किया जा चुका है. मिशन शक्ति अभियान के तहत छात्र-छात्राओं के साथ उनके अभिभावकों को भी जागरूक किया जा रहा है. रोजाना दस-दस अभिभावकों को स्कूल बुलाकर अरमान मॉड्यूल की मदद से मेरे बच्चे मेरे सपने, क्यों करें इनमें अंतर, हमारी जिम्मेदारी, चलो हम भी जानें, बंद करो अब अत्याचार से मुद्दों पर चर्चा कर उनको बाल अधिकारों के बारे में जागरूक किया जा रहा है. इसके अलावा अभिभावकों को बाल विवाह, बाल श्रम, दहेज प्रथा जैसी कुप्रथाओं के बारे में भी जानकारी दी जा रही है.
UP के 5 लाख शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे शिक्षा, सुरक्षा व संरक्षा का पाठ
उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति अभियान के तहत पूरे प्रदेश के लगभग 5 लाख में शिक्षक छात्र-छात्राओं को सप्ताह में 3 दिन 1 घंटे तक शिक्षा, सुरक्षा एवं संरक्षा का पाठ पढ़ा रहे हैं. इस मिशन के तहत छात्र-छात्राओं की जागरूकता के लिए मिशन प्रेरणा की वेबसाइट से शिक्षकों को वीडियो और अन्य सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति अभियान के तहत खेल विभाग ने भी महिला खिलाड़ियों को अपनी खेल विद्या के साथ आत्मरक्षा के गुण भी सिखा रहा है. खेल विभाग की ओर से 31 खेलों के प्रशिक्षण शिविर में मिशन शक्ति अभियान के तहत आत्म रक्षार्थ ताइक्वांडो, जूडो, वूशु एवं कराटे की ट्रेनिंग दी जा रही है.
खेल निदेशक डॉ सिंह के मुताबिक मिशन शक्ति अभियान के तहत महिला व पुरुष दोनों ही खिलाड़ियों को महिला सम्मान के प्रति जागरूक किया जा रहा है. महिला खिलाड़ियों को आत्मरक्षा के गुण सिखाने के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि अब तक पूरे प्रदेश में कुल 522 प्रशिक्षण शिविर आयोजित हुए हैं इसमें 109 महिला प्रशिक्षक बालिकाओं को ट्रेनिंग दे रही है.