लखनऊ: प्रदेश सरकार के उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन अधिकरण विधेयक-2021 के विरोध में शिक्षक उतर आए हैं. कई शिक्षक संगठनों को मिलाकर बने उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ ने इसका विरोध करने की घोषणा की है. प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत महांसघ के सभी घटक संगठन आगामी 08 मार्च को दोपहर 01 बजे प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन अधिकरण विधेयक-2021 की प्रतियां जलाएंगे और अपना विरोध प्रकट करेंगे.
यूपी शिक्षा सेवा चयन अधिकरण विधेयक का विरोध, जलाई जाएंगी प्रतियां
उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन अधिकरण विधेयक-2021 के विरोध में शिक्षक उतर आए हैं. उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ ने इसका विरोध करने की घोषणा की है. महांसघ के सभी घटक संगठन आगामी 08 मार्च को दोपहर 01 बजे प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन अधिकरण विधेयक-2021 की प्रतियां जलाएंगे और अपना विरोध प्रकट करेंगे.
यह निर्णय उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेशीय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा की अध्यक्षता में प्राथमिक शिक्षक संघ के रिसालदार पार्क स्थित कार्यालय में देर रात तक चली बैठक में लिया गया. बैठक में यह भी निर्णय किया गया कि उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के जिला स्तर एवं इकाई स्तर पर बैठक करके सरकार की शिक्षक विरोधी नीतियों पर चर्चा की जाए और शिक्षकों को वर्तमान परिस्थितियों के प्रति जागरूक किया जाए.
इसलिए हो रहा है विरोध
माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय मंत्री एवं प्रवक्ता डॉ. आरपी मिश्र ने बताया कि इस विधेयक में शिक्षकों को हाईकोर्ट में अपनी बात रखने का विकल्प खत्म कर दिया है. अभिकरण में अगर शिक्षक व्यथित होगा तो सीधे उच्चतम न्यायालय जाएगा. हमारी व्यथा है कि अगर किसी टीचर के खिलाफ कोई फैसला होता है तो उसे सीधे सुप्रीम कोर्ट जाना होगा. शिक्षक के पास इतना पैसा कहां है. इससे शिक्षकों का नुकसान होगा. बैठक को सम्बोधित करते हुए महांसघ के अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि वर्तमान सरकार शिक्षक/कर्मचारी विरोधी है. ऐसी स्थिति में हमें अपनी प्राप्त उपलब्धियों की रक्षा एवं नई उपलब्धियों प्राप्त करने के लिए संगठन को और अधिक शक्तिशाली बनाना है.