लखनऊ: असली नोट लेकर दोगुने नकली नोट देने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना को यूपी एसटीएफ ने मंगलवार को लखनऊ से गिरफ्तार किया है. गोंडा जिले का रहने वाला जालसाज शैलेन्द्र गुप्ता लखनऊ और उसके आस-पास जिले में शिकार ढूंढकर अपने जाल में फंसाता और उसके बाद कुछ दिनों के लिए गायब हो जाता था.
डिप्टी एसपी एसटीएफ दीपक सिंह ने बताया कि बीते कुछ महीनों से असली नोट लेकर नकली नोट देने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह की सूचनाएं मिल रही थीं. इसके लिए एक टीम गठित की गई थी. उन्होंने बताया कि उन्हें पता चला कि एक व्यक्ति नकली नोट देने के लिए पालिटेक्निक चौराहा, लखनऊ के पास स्थित वेव माल आ रहा है. टीम जाल बिछाकर पहले से ही तैनात थी. जालसाज शैलेन्द्र गुप्ता जैसे ही वेव मॉल के पास नोटों की सप्लाई देने पहुंचा एसटीएफ ने उसे दबोच लिया.
एसटीएफ की पूछताछ में शैलेन्द्र गुप्ता ने बताया कि वह पहले लोगों को असली नोटों के एवज में दोगुने नकली नोट देने का लालच देता है, जिसके लिए वह उस व्यक्ति से एक छोटा एमाउंट लेकर उसे दोगुने असली नोट नकली बताकर दे देता है. जब वह आदमी उन नोटों को बाजार में चलाता है तो उन्हें कोई नकली नहीं कहता है, क्योंकि यह असली नोट होते है. इसके बाद उस आदमी को उस पर विश्वास हो जाता है और वह आदमी लालच में आकर उससे और ज्यादा नोटों की मांग करता है. इस पर वह उससे असली नोट लेकर कुछ देर बाद नकली नोट देने की बात कहकर पैसे लेकर ठगी करता है. जालसाज ने बताया कि ऐसे में यह व्यक्ति तुरंत असली नोट के बदले नकली नोटों की मांग करता है तो उसे ऊपर और नीचे एक-एक असली नोट की लगी हुई नकली गड्डी दे देता हूं, जो अच्छी तरह कागज से लपेटी रहती है. जब तक वह व्यक्ति पेपर को खोलता है और इस बात को समझे कि यह फर्जी नोट की गड्डियां हैं, तब तक वह वहां से भाग जाता है.
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आरोपी ने बताया कि नकली नोटों के नाम पर ठगी करने के काम में वह लोगों को गुमराह करने और पकड़े जाने के डर से किसी को अपना नाम नहीं बताता है. आरोपी ने एक फर्जी आधार कार्ड अजय कुमार गुप्ता के नाम से भी बनवा रखा है. इसके अतिरिक्त वह एटीएम से कुछ लोगों को उनके पैसे निकालने में मदद करने के बहाने उनके एटीएम का पिन देखकर व एटीएम कार्ड बदलकर पिन की सहायता से पैसे निकाल लेता है. मंगलवार को भी वह यह गड्डी किसी को देने के लिए आया था, लेकिन पकड़ा गया.