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नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का खुलासा, 4 गिरफ्तार - Fake job racket

राजधानी लखनऊ में UP STF ने सरकारी-गैरसरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का भंडफोड़ किया है. साथ ही STF ने गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों के कब्जे से तमाम फर्जी दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं.

यूपी एसटीएफ ने किया भंडाफोड़.
यूपी एसटीएफ ने किया भंडाफोड़.

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Published : Jul 4, 2021, 3:26 PM IST

लखनऊ: UP STF ने सरकारी-गैरसरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग पर बड़ी कार्रवाई की है. UP STF ने डाक विभाग, भारतीय सेना, SSB, FCI, रेलवे एवं SBI में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़ कर रविवार को गोमती नगर स्थित पर्यटन विभाग के गेट नंबर 4 के पास से चार जालसाजों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध लखनऊ के थाना गोमती नगर में मुकदमा दर्ज किया गया है.

ADG UP STF अमिताभ यश के मुताबिक, आरोपियों के पास से डाक विभाग के 5 कूटरचित ज्वाइनिंग लेटर, ग्रुप सी (रेलवे) के 7 कूटरचित ज्वाइनिंग लेटर, डी (रेलवे) के 3 कूटरचित ज्वाइनिंग लेटर, प्रोविजन प्रिमिएड ट्रेनिंग के 2 लेटर, भारतीय सेना के 2 कूटरचित ज्वाइनिंग लेटर, एफसीआई के 8 कूटरचित ज्वाइनिंग लेटर, उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग के 2 कूटरचित ज्वाइनिंग लेटर, 02 कूटरचित ड्यूटी स्लिप, 07 अदद आधार कार्ड, 06 मोबाइल फोन, 03 निर्वाचन पहचान पत्र, 04 पैन कार्ड, 02 ड्राइविंग लाइसेंस, 03 अदद डेबिट कार्ड, 01 लैपटाप (एचपी), 01 कलर प्रिंटर और 01 चेकबुक आन्ध्रा बैंक बरामद हुआ है.

गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण

  • मिथलेश राजभर, निवासी भीमपुरा थाना क्षेत्र, जिला बलिया.
  • महेश सिंह निवासी आनंद नगर, फरेंदा थाना क्षेत्र, जिला महराजगंज (हाल पता नेहरू वाल वाटिका के पास जेडी सक्सेना के मकान में अलीगंज, लखनऊ)
  • रितेश श्रीवास्तव निवासी सेवरही तमुही रोड, सेवरही थाना क्षेत्र, जिला कुशीनगर (हाल पता अर्जुनगंज, सरसवां, लखनऊ)
  • विपिन कुमार निवासी रामसुमेरगंज, माधवगंज थाना क्षेत्र, जिला हरदोई (हाल पता बेगरिया रोड, दुबग्गा, लखनऊ)

ADG STF अमिताभ यश की मानें तो सरकारी व गैर सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर गैंग चला रहे जालसाज वर्षों से सक्रिय हैं. बरामद कूटरचित तरीके से तैयार किए गए अभिलेखों से इसकी पुष्टि हुई है. ये लोग इंटरनेट पर सरकारी नौकरी की वेबसाइट चेक करते रहते थे. इसके बाद जालसाज पता लगाते थे कि किस-किस सरकारी विभाग एवं गैर सरकारी विभागों में भर्तियां निकली हैं. भर्तियों का विज्ञापन देखकर ये जालसाज इच्छुक अभ्याथियों से संपर्क करते और फार्म भरने के लिए कहते.

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फॉर्म भरवा कर करते थे मोटी रकम की मांग
फॉर्म भरवाने के बाद जालसाज उन्हें भर्ती करवाने का झांसा देकर युवकों से विभाग के अनुसार मोटी रकम मांगते थे. एडवांस के रूप में कुछ पैसा मिलने के उपरांत अभ्यर्थियों को पूर्व से तैयार किये गये फर्जी ज्वाइनिंग लेटर को दे दिया जाता था. आरोपियों द्वारा यह भी बताया गया कि अब तक लगभग 80-90 लोगों के साथ ये लोग इस प्रकार से ठगी कर चुके हैं.

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