लखनऊ:1993 मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट के फरार आरोपी को यूपी एसटीएफ ने कानपुर से गिरफ्तार कर लिया है. फरार जलीस अंसारी सेंट्रल जेल अजमेर में उम्रकैद की सजा काट रहा था और 21 दिनों की पैरोल पर जेल से बाहर था. 17 जनवरी को उसकी पैरोल खत्म हो रही थी, तभी वह मुम्बई से फरार हो गया.
डीजीपी ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस. फरार आरोपी जलीस अंसारी यूपी के संतकबीरनगर का रहने वाला है. मुम्बई ATS ने तुरंत यूपी पुलिस से सम्पर्क साधा. यूपी पुलिस और STF ने कई जनपदों की पुलिस को निर्देश जारी किए और नेपाल जाने वाले रास्तों पर नाकाबंदी कर दी, जिसके बाद जलीस अंसारी को कानपुर से गिरफ्तार किया गया.
कई ब्लास्टों में रहा शामिल
मुम्बई सीरियल ब्लास्ट 1993 में राजधानी एक्सप्रेस ब्लास्ट, पुणे सीरियल ब्लास्ट सहित देश भर में 50 से अधिक बम धमाकों की साजिश रचने का आरोपी जलीस अंसारी है. वह 1993 में दिल्ली-राजधानी एक्सप्रेस में कोटा एवं कानपुर के ब्लास्ट मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा था.
सेंट्रल जेल अजमेर से वह 21 दिनों की पैरोल पर बाहर था. 17 जनवरी 2020 को उसे वापस जेल चला जाना था, लेकिन 16 जनवरी की सुबह वह अपने मुंबई आवास से फरार हो गया. फरार जलीस अंसारी उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर के अमरडोवा गांव का रहने वाला है.
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मुंबई एटीएस ने 16 तारीख की रात यूपी पुलिस से उसकी गिरफ्तारी के लिए सहयोग मांगा, जिस पर पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश और एसटीएफ ने संतकबीरनगर, बस्ती, कानपुर नगर और लखनऊ के पुलिस अधिकारियों और जीआरपी थानों को सूचित किया गया. मुंबई से लखनऊ की ओर जाने वाली रेलगाड़ियों के साथ ही और कई जगहों पर चेकिंग अभियान चलाया गया.
1992 में बांग्लादेश के रास्ते भारत आया था जलीस
डीजीपी ओपी सिंह ने प्रेसवार्ता में बताया कि पूछताछ करने पर जलीस अंसारी ने बताया कि वह 1992 में बांग्लादेश के रास्ते से भारत आया था. इसके पूर्व पाकिस्तान में रहकर आतंकवाद संबंधी प्रशिक्षण लिया था. बम बनाने की ट्रेनिंग देने के कारण उसे डॉक्टर के नाम से भी जाना जाता है. वह पेशे से डॉक्टर है. वह आतंकवादी अब्दुल करीम टुंडा द्वारा प्रेरित किया गया था.