लखनऊ: पिछले दिनों मुंबई में हुई लूट के आरोपियों को यूपी एसटीफ ने गिरफ्तार कर लिया है. गौरतलब है कि पिछले दिनों मुंबई के एक ज्वेलरी शोरूम दिनदहाड़े लूट की घटना को अंजाम दिया गया था. इसके बाद बदमाश यूपी भाग आए थे. यहां आने के बाद बदमाशों ने ट्रांस गोमती के एक बड़े ज्वेलरी शोरूम को निशाना बनाने की फिराक में थे. इससे पहले वे इस घटना को अंजाम दे पाते की उन्हें यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया.
मामले की पूरी जानकारी देते पुलिस अधिकारी ट्रांस गोमती के एक बड़े ज्वेलरी शोरूम को यह लूटेरे निशाना बनाने वाले थे. लूटरों ने ज्वेलरी शोरूम की पूरी रेकी कर ली थी. वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे. उससे उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम ने गाजीपुर के रहने वाले सरगना विनय के साथ दो और लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए बदमाशों के पास से 40 लाख रुपए के गहने और पांच लाख रुपये नकद बरामद किए गए है. वही साथ में मुंबई पुलिस भी मौजूद थी क्योंकि इन बदमाशों की तलाश मुंबई पुलिस को काफी दिनों से थी.
मुंबई ज्वेलर लूट कांड
मुम्बई में मीरा रोड के एस कुमार गोल्ड एंड डायमंड्स ज्वेलरी शॉप में 7 जनवरी को इन बदमाशों ने सवा करोड़ रुपए के गहने लूटे थे. तीनों बदमाश उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल से संबंध रखते थे. इन अपराधियों को पकड़ने के लिए मुंबई पुलिस ने यूपी एसटीएफ से सहयोग मांगा था.
यहां करने वाले थे लूट
पकड़े गए बदमाशों में गिरोह का सरगना विनय कुमार सिंह गाजीपुर का रहने वाला है. पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि उन लोगों ने गोवा में एक कैसिनो, प्रयागराज के सुभाष चौराहे के पास ज्वेलरी की दुकान और लखनऊ के फन मॉल के पास एक बड़ी ज्वेलरी की दुकान को लूटने की योजना बनाई थी. लखनऊ के गोमती नगर के फन मॉल के पास स्थित एक बड़े ज्वेलरी की दुकान को लूटने के लिए इन दिनों लखनऊ में पूरा गैंग मौजूद था.
पकड़ा गया विनय पूर्वांचल का कुख्यात अपराधी
इस पूरे गिरोह का सरगना गाजीपुर का रहने वाला विनय कुमार सिंह है. वह अपराध की दुनिया में बीते 30 सालों से सक्रिय है. 1991 में वह पिता की हत्या का बदला लेने के लिए अपराधी बना. इसके बाद उसकी अपराध में धमक बनती ही गई. एक के बाद एक बड़े अपराध करता रहा और पुलिस उसे पकड़ने मैं नाकाम साबित हुई. विनय ने पूछताछ में बताया कि 2001 में गाजीपुर के सैदपुर में सहकारी बैंक कर्मी से उसने लूट की थी. वाराणसी में जीवन बीमा के पैसे भी लूटे थे. वही उसका एक साथी मनोज दुबे पुलिस एनकाउंटर में मारा जा चुका है.