लखनऊ : उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन (UPSDM) के तहत अब न सिर्फ आपको ट्रेनिंग दी जाएगी बल्कि आपकी नौकरी लगवाने के साथ-साथ अन्य जनपद या प्रदेश में नौकरी के दौरान सपोर्ट भी उपलब्ध कराया जाएगा. उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन (UPSDM)के तहत दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (DDUGKY) के तहत 6 माइग्रेशन सपोर्ट केंद्र (Migration Support Center) खोले जाएंगे. जहां पर यूपीएसडीम से ट्रेनिंग प्राप्त करने के बाद नौकरी करने वाले ट्रेनी व एल्यूमिनी को सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. रमेश रंजन डायरेक्टर यूपीएसडीएम ने बताया कि ट्रेनिंग के बाद अन्य जिले व राज्यों में नौकरी करने जाने वाले छात्रों की सुविधा के लिए 6 माइग्रेशन सपोर्ट सेंटर खोले जाएंगे।
ये है उद्देश्य :उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के तहत कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं. जिसके तहत दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत अभ्यर्थियों को कौशल की ट्रेनिंग दी जाती है. ट्रेनिंग के बाद उन्हें नौकरी भी दिलवाई जाती है. सामान्यतया देखा गया है कि ट्रेनिंग करने के बाद अभ्यर्थियों को अन्य जिले या राज्य में नौकरी मिलती है. ऐसे में अन्य जिले में व राज्य में नौकरी करने गए अभ्यर्थियों को किसी तरह की समस्या न हो इसके लिए माइग्रेशन सपोर्ट सेंटर खोले जा रहे हैं. माइग्रेशन सपोर्ट सेंटर खोलने के पीछे उद्देश्य यह है कि नौकरी के दौरान अभ्यर्थियों को किसी तरह की समस्या न हो और ट्रेनी व एल्यूमिनी अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सकें.
माइग्रेशन सेंटर पर मिलेंगी ये सुविधाएं :माइग्रेशन सपोर्ट सेंटर पर दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के अंतर्गत ट्रेनिंग प्राप्त करने वाले छात्रों को आवासीय सहायता, छात्रों की आपस में नेटवर्किंग के लिए पूर्व छात्रों का समय-समय पर मिलन समारोह व नेटवर्किंग कार्यक्रम का आयोजन, ट्रेनी व एल्यूमिनी की समस्या के समाधान के लिए पूर्व छात्र सपोर्ट सिस्टम, छात्रों की सुरक्षा के लिए स्थानीय प्रशासन और पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करना जैसी सुविधाएं मिलेंगी. जिससे अन्य जिले व राज्यों में नौकरी करने के लिए पहुंचने वाले ट्रेनी व एल्यूमिनी को सुविधाजनक व सुरक्षित माहौल मिल सके.