लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से मंगलवार देर रात हुए IAS अफसरों के तबादले में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. राजशेखर को कानपुर का कमिश्नर बना दिया गया. अब परिवहन निगम के एमडी का अतिरिक्त कार्यभार परिवहन विभाग के परिवहन आयुक्त धीरज साहू को सौंपा गया है.
धीरज साहू, (ट्रांसपोर्ट कमिश्नर). पिछले साल 16 जुलाई को राजशेखर ने उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक के रूप में कमान संभाली थी. इससे पहले वे बस्ती के जिलाधिकारी थे. 1 साल 2 माह बाद उनका फिर से तबादला हो गया है. अब वे कानपुर के कमिश्नर का पदभार संभालेंगे. इस 14 माह के कार्यकाल में परिवहन निगम के एमडी रहते राजशेखर ने तमाम ऐसे काम किए, जो पिछले किसी भी एमडी के कार्यकाल में नहीं हुए थे.
उन्होंने परिवहन निगम मुख्यालय को पूरी तरह बदल कर रख दिया. इसके अलावा बसों के संचालन पर खास तौर पर ध्यान दिया. उन्होंने कर्मचारियों के प्रति हमेशा नरम रुख दिखाया और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन भी लिया. खास बात यह है कि राजशेखर के कार्यकाल में ही राजधानी को अवध बस स्टेशन के रूप में चौथा बस अड्डा भी मिला था. इसके अलावा उन्होंने तमाम ऐसी योजनाएं बनाई थीं, जो यात्री हित में हों. कोविड-19 के दौरान एमडी रहते राजशेखर ने स्वयं ही बसों के संचालन का मोर्चा संभाला था और प्रवासी श्रमिकों को उनके घर तक मुफ्त में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी.
परिवहन निगम से राजशेखर के तबादले के बाद अब उत्तर प्रदेश के ट्रांसपोर्ट कमिश्नर धीरज साहू को परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है. इससे पहले भी रोडवेज में जब भी प्रबंध निदेशक का तबादला हुआ तो परिवहन आयुक्त को ही अतिरिक्त चार्ज दिया जाता रहा है. कई बार तो दो-दो साल तक परिवहन आयुक्त ने प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार संभाला.