लखनऊ :महंगाई के दौर में अब उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों से सफर करने वाले यात्रियों को अपनी जेब और भी ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी. इससे उनका बजट बिगड़ना तय है. राज्य परिवहन प्राधिकरण की मुहर के बाद अब शासन ने किराया बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी है. रोडवेज बसों से बढ़ा किराया यात्रियों से सोमवार रात से वसूलना शुरू हो जाएगा. रोडवेज बसों के अलावा ऑटो और टेंपो का भी किराया बढ़ा दिया गया है. ऐसे में शहर के अंदर भी इन साधनों से सफर करने से यात्रियों को ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे. हालांकि लखनऊ ऑटो रिक्शा थ्री व्हीलर संघ के अध्यक्ष पंकज दीक्षित ने बढ़े हुए किराए को लागू करने से मना किया है. उनका कहना है कि बढ़ा हुआ किराया अपर्याप्त और अव्यावहारिक है.
उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम के प्रवक्ता अजीत सिंह ने बताया कि शासन से मुहर लगने के बाद उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों का किराया बढ़ा दिया गया है. पहले जहां साधारण बसों से यात्रा करने पर प्रति यात्री ₹1.5 पैसे प्रति किलोमीटर किराया वसूल किया जाता था. अब 25 पैसे की वृद्धि करते हुए एक रुपये 30 पैसे प्रति किलोमीटर प्रति यात्री किराया वसूल किया जाएगा. ऐसे में अब कम दूरी के लिए लगभग ₹25 और दिल्ली तक की दूरी के लिए साधारण बसों से ₹125 अतिरिक्त किराया चुकाना पड़ेगा. पीआरओ अजीत सिंह ने बताया कि बढ़ा हुआ किराया सोमवार रात 12 बजे से लागू किया जा रहा है.
बता दें, वर्ष 2012 में चार पैसा प्रति किलोमीटर प्रति यात्री किराया बढ़ा था. इसी तरह वर्ष 2013 में चार पैसा, वर्ष 2014 में पांच पैसा, वर्ष 2016 में सात पैसा, वर्ष 2017 में नौ पैसा और वर्ष 2020 में 10 पैसा किराया बढ़ाया गया था. अब वर्ष 2023 में 25 पैसा प्रति यात्री प्रति किलोमीटर किराया बढ़ गया है. पिछले 10 साल में परिवहन निगम की तरफ से छह बार किराए में बढ़ोतरी की गई है, लेकिन उन सभी सालों को जोड़कर जितनी बढ़ोतरी की गई है उसके आधे से ज्यादा बढ़ोतरी इसी साल कर दी गई है.
अब यात्री जब लखनऊ से दिल्ली के लिए यात्रा करेंगे तो उन्हें ₹125 अतिरिक्त किराया चुकाना होगा. लखनऊ से प्रयागराज के लिए 252 रुपये किराया है तो अब यह किराया बढ़कर ₹304 हो गया है. इसी तरह गोरखपुर का किराया वर्तमान में ₹367 है. वहीं नया किराया बढ़कर ₹443 से ज्यादा हो गया है. विभिन्न स्थानों के लिए दूरी के मुताबिक 25 पैसे प्रति किलोमीटर अतिरिक्त भार यात्रियों पर पड़ा है. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में प्रतिदिन लाखों यात्री सफर करते हैं. 25 पैसे प्रति किलोमीटर किराया बढ़ने से अब रोडवेज को हर माह लगभग ढाई करोड़ रुपये का फायदा होगा. यानी हर साल किराया बढ़ने से रोडवेज की आय ₹30 करोड़ से जायद बढ़ जाएगी. इससे अब बसों का मेंटेनेंस किया जा सकेगा. अधिकारियों और कर्मचारियों का वेतन समय पर मिल सकेगा.
ऑटो और टेंपो की बात की जाए तो सीएनजी की दरों में लगातार बढ़ोतरी हुई है. जिसके बाद यूनियन की तरफ से राज्य परिवहन प्राधिकरण को किराया बढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया था. ऑटो के लिए पहले दो किलोमीटर का 25 रुपये न्यूनतम किराया बढ़ाने की मांग की गई थी, लेकिन राज्य परिवहन प्राधिकरण ने इसे नामंजूर करते हुए प्रति किलोमीटर के लिए लगभग ₹10.24 रुपये मंजूर किए हैं. वर्तमान में पहले किलोमीटर के लिए ₹6.39 पैसे और उसके बाद के लिए ₹3.4 पैसे प्रति आधा किलोमीटर किराया लागू है. सीएनजी टेंपो के किराए में बढ़ोतरी करते हुए अब ₹10.58 पैसे प्रति किलोमीटर किराया कर दिया गया है. लखनऊ ऑटो रिक्शा थ्री व्हीलर संघ के अध्यक्ष पंकज दीक्षित का कहना है कि यूनियन की तरफ से जो प्रस्ताव दिया गया था उतना किराया नहीं बढ़ाया गया है, जबकि सीएनजी में कई गुना ज्यादा बढ़ोतरी हो गई है. लिहाजा बढ़ा हुआ किराया अपर्याप्त और अव्यावहारिक है. इसे लागू नहीं किया जाएगा. एक बार फिर से प्रस्ताव बनाकर सौंपा जाएगा जितने किराए की मांग है, उतना किराया ही बढ़ाया जाना चाहिए.
साधारण बसों की दूरी और किराया :लखनऊ से कुशीनगर साधारण बस की दूरी 530 किलोमीटर पहले किराया 674 अब 806. गोरखपुर का 306 किलोमीटर का साधारण बस का पहले किराया ₹375 अब 452. वाराणसी का 315 किलोमीटर का साधारण बस का किराया पहले 375 अब 454. लखीमपुर का 135 किलोमीटर का किराया पहले 162 अब 196. बहराइच का 232 किलोमीटर का किराया पहले 262 अब 320. गोंडा का 125 किलोमीटर का किराया पहले 145 अब 177. आजमगढ़ का 302 किलोमीटर का पहले किराया 361 अब 437. रायबरेली का पहले 83 किलोमीटर का किराया ₹102 अब ₹123.