लखनऊःवायु प्रदूषण के कारण दिल्ली से सटे नोएडा (गौतम बुद्ध नगर) और गाजियाबाद, बुलंदशहर सहित अन्य जिलों में 21 नवंबर तक स्कूल-कॉलेजों बंद करने का आदेश वापस ले लिया है. उत्तर प्रदेश नियंत्र बोर्ड ने बुधवार देर रात यह सूचना जारी की.
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर और शामली जिलों में भी शिक्षण संस्थान बंद रखने के आदेश को वापस ले लिया है. इस बीच नोएडा में सरकारी व अर्द्धसरकारी ऑफिस में आधे स्टाफ को ही बुलाया जाएगा. नोएडा में निर्माण कार्यों पर रोक जारी रखी गई है. जिले में डीजल जेनरेटर चलाने पर भी रोक लगा दी गई है.
बुधवार को गौतमबुद्धनगर के जिला अधिकारी सुहास एल वाई की अध्यक्षता में हुई जिला पर्यावरण समिति, वृक्षारोपण समिति और जिला वैटलेंड समिति की बैठक में फैसला लिया गया.
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गौरतलब है कि वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने मंगलवार को निर्देश दिया था कि NCR में सभी सार्वजनिक और निजी स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान अगले आदेश तक बंद रहेंगे और केवल ऑनलाइन शिक्षा की अनुमति होगी. NCR में आने वाले राज्यों की सरकारों को रविवार तक NCR में कार्यालयों में अपने कर्मचारियों की कम से कम 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ घर से काम करने की अनुमति देने और निजी प्रतिष्ठानों को इस नियम का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया था.
वहीं, दिल्ली सरकार ने सोमवार से एक हफ्ते के लिए स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में प्रत्यक्ष कक्षाएं बंद करने का आदेश दिया था. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने भी शनिवार को दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी को 'आपात' स्थिति बताते हुए केंद्र व दिल्ली सरकार को वायु गुणवत्ता (Air Quality) में सुधार के लिए आपात कदम उठाने के निर्देश दिए थे.
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