मंत्री बनने की आखिरी तारीख लेने दिल्ली गए ओपी राजभर, जेपी नड्डा से की 25 मिनट मुलाकात
समाजवादी पार्टी से नाता तोड़ कर भाजपा में मंत्री बनने की जुगत में सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) चीफ ओपी राजभर लगातार बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की परिक्रमा कर रहे हैं. इसी क्रम में शुक्रवार को फिर से जेपी नड़्डा के दरबार में हाजिरी लगाई. इस मुलाकात के मायने 31 दिसंबर से जुड़े हैंं.
लखनऊ : यूपी विधान सभा चुनाव 2022 के परिणाम आने के बाद सपा से नाता तोड़ एनडीए में शामिल हुए सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) चीफ ओपी राजभर को मंत्री पद की शपथ की तारीख पर तारीख मिलने के बाद अब उन्होंने दिल्ली में डेरा डाला है. शुक्रवार को ओपी राजभर ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. यह मुलाकात करीब 25 मिनट चली. जिसमें मंत्री बनने और लोक सभा चुनाव 2024 में सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा हुई. हालांकि राजभर ने कहा है कि उनकी यह मुलाकात यूपी बिहार के मौजूदा राजनीतिक समीकरणों को लेकर हुई है.
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने दिल्ली पहुंचे ओम प्रकाश राजभर.
जानें राजभर ने कब कब किया मंत्री बनने का दावा
जुलाई 2023 को आधिकारिक रूप से एनडीए में शामिल होकर ओपी राजभर ने दावा किया कि बीजेपी उन्हें मंत्री बनाएगी और वो जल्द ही शपथ लेंगे.
बीजेपी छोड़ सपा के साथ गए दारा सिंह चौहान ने घोसी सीट से विधायकी से इस्तीफा दिया और बीजेपी में फिर शामिल हो गए. राजभर ने कहा कि उन्होंने ही दारा सिंह को भेजा और शामिल करवाया और फिर दावा किया कि मेरा मंत्री बनना तय है.
घोसी उप चुनाव में दारा सिंह बीजेपी के उम्मीदवार बने, लेकिन सपा से हार गए. इसके बाद भी राजभर ने दावा किया कि वो और दारा दोनों मंत्री जरूर बनेंगे.
शारदीय नवरात्रि की शुरुवात 20 अक्टूबर से हुई. लिहाजा मौका देख ओपी राजभर ने कहा कि वो मंत्री इसी नवरात्रि में बनेंगे, लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार हुआ ही नहीं.
नवरात्रि बीतने पर राजभर ने कहा कि अभी विजयदशमी बाकी है वो नवरात्रि में बन जाएंगे.
नवरात्रि और दशहरा में मंत्री पद न मिलने पर राजभर ने ये ऐलान कर दिया कि वो 7 नवंबर को ये बता देंगे कि उनकी ताजपोशी कब होगी.
सात नवंबर बीतने के बाद उन्होंने धनतेरस के दिन मंत्रिमंडल विस्तार होने की बात कही, लेकिन फिर निराशा हासिल हुई.
आखिर में राजभर ने यह कह डाला कि नेता दो मुंह सांप होते हैं. कब किस दल के साथ चले जाएं कुछ पता नहीं होता. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के कई नेता उनके संपर्क में हैं.
उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के बाद सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी सुप्रीमो ओपी राजभर ने एनडीए का हाथ थामा और दावा किया कि वे जल्द ही योगी सरकार में मंत्री बनेंगे. राजभर कई बार अपने स्तर से ही मंत्री पद की शपथ की तारीख का भी ऐलान कर दिया. सबसे पहले उन्होंने मानसून सत्र से पहले, फिर नवरात्रि और धनतेरस और आखिर में शीतकालीन सत्र से पहले राजभर ने खुद के मंत्री बनने का ऐलान कर दिया था. अब यह साल बीतने को है और मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट भी नहीं हो रही है. ऐसे में अब राजभर एक बार फिर दिल्ली पहुंचे और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक मुलाकात के दौरान राजभर और नड्डा के बीच आगामी लोक सभा चुनाव में सीटों के बंटवारे और मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा हुई है.
ओपी राजभर ने समाजवादी पार्टी को खूब कोसा
घोसी उप चुनाव में बीजेपी की हार के बाद सपा ने राजभर पर तंज कसे हुए उन्हें दगा कारतूस बताया.
सपा के वरिष्ठ नेता ओम प्रकाश सिंह ने राजभर पर तंज कसे हुए कहा था कि अधजल गगरी छलकत जाए. मैं सरकार से अनुरोध करूंगा कि अगर राजभर को मंत्री पद देने का वादा किया गया है, तो उसे पूरा किया जाए.
सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल ने मानसून सत्र के दौरान सदन में कहा था कि बीजेपी नेता राजभर को जल्दी से मंत्री बना दीजिए नहीं तो वो हमारे पास वापस आ जाएंगे.
पूर्व मंत्री व सपा नेता फातिमा ने कहा था कि राजभर को मंत्री बनाने के नाम पर मजाक कर रही है. राजभर पिछले दिनों कई बार शपथग्रहण के लिए ड्रेस बनवा कर तैयार थे, लेकिन उनके हाथ मायूसी ही लगी.
हालांकि बीजेपी सुप्रीमो से मुलाकात करने के बाद ओपी राजभर ने तस्वीर को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि आज नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से शिष्टाचार मुलाकात कर उत्तर प्रदेश और बिहार के राजनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई. भर/राजभर जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल किए जाने के लिए प्रस्ताव यथा शीघ्र उत्तर प्रदेश सरकार से दिल्ली सरकार को रिपोर्ट मंगाने पर गंभीर चर्चा हुई.
छह महीने से सिर्फ चक्कर लगा रहे राजभर :सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के दरबार में हाजिरी लगा कर उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री बनाए जाने की गुहार लगाई है. ओमप्रकाश पिछले छह महीने से मंत्री पद के लिए लगातार दौड़ लगा रहे हैं. अब जबकि लोकसभा चुनाव एकदम नजदीक है और केवल दो महीने का समय ही आचार संहिता घोषित होने में बाकी है. ऐसे में राजभर का दबाव अब और बढ़ता जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नोएडा 31 दिसंबर को लखनऊ आ रहे हैं. इससे पहले ओमप्रकाश राजभर की मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं. जेपी नोएडा जब लखनऊ आएंगे तो एक सभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात होगी. इसी सभा में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह भी मौजूद रहेंगे. ऐसे में कोई निर्णय होने की बात कही जा रही है.
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