लखनऊ :यूपी की योगी सरकार ने प्रदेश के बाद जिले स्तर पर भी माफियाओं की शामत आ गई है. यूपी पुलिस ने जिले स्तर के 800 माफियाओं को चिह्नित किया है. अब इन माफियाओं पर पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है, ताकि जिले स्तर पर भी कानून व्यवस्था बनी रहे. पुलिस कुर्की से लेकर संपत्ति तक जब्त कर बदमाशों की कमर तोड़ रही है. ऐसे में करीब ढाई अरब रुपये की अवैध संपत्ति को पुलिस ने जब्त किया है.
यूपी में माफियाओं की शामत, जिला स्तर के 800 चिन्हित, ढाई अरब की संपत्ति जब्त
योगी सरकार ने प्रदेश के बाद अब जिले स्तर पर भी माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने का मन बना लिया है. इसके लिए 800 माफियाओं को चिह्नित किया गया है. पुलिस (UP Police) कुर्की से लेकर संपत्ति तक जब्त कर बदमाशों की कमर तोड़ रही है.
उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीरो टॉलरेंस की रणनीति का असर धरातल पर भी दिख रहा है. मुख्यमंत्री ने कानून व्यवस्था को लेकर पहले ही साफ कर दिया था कि अपराधी प्रदेश छोड़ के चले जाएं नहीं तो प्रदेश में उनकी असली जगह जेल है। यूपी पुलिस प्रदेश स्तर पर बड़े माफिया पर शिकंजा कसते हुए जिले स्तर पर भी बड़े और आदतन अपराधियों को आपराधिक माफिया के रूप में चिह्नित किया गया है.
ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार की मानें तो जिले स्तर पर यूपी में 8,000 से ज्यादा केस रजिस्टर्ड हो चुके हैं. इनमें से 668 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि, 567 आरोपियों पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई. यूपी पुलिस ने जिले स्तर पर करीब 800 माफियाओं को भी चिह्नित कर मुठभेड़ में तीन शातिर माफिया को मार भी गिराया है. साथ ही 12 आरोपियों की कुर्की करते हुए 25 आरोपियों पर एनएसए लगाया है. इसके साथ ही पुलिस चेन्नई अपराधियों की निगरानी कर रही है. एडीजी का कहना है कि मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपराध पर अंकुश लगाने और कानून-व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए सख्त कार्रवाई की जा रही है, ताकि कानून का खौफ हर किसी में हो.
ADG की मानें तो यूपी में 382 माफियाओं की हिस्ट्रीशीट खोली गई है. इनमें से 274 आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा गया है. यही नहीं, जिले स्तर के शातिर 233 माफियाओं पर गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए 11 अपराधियों के शस्त्र लाइसेंस भी निरस्त किए गए हैं. इसके साथ ही अपराधियों को चिन्हित कर कार्रवाई करने का सिलसिला जारी है.