लखनऊ : उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बुधवार को ये साफ कर दिया कि माफिया पर जाति और धर्म देखकर कार्रवाई नहीं की जा रही है. फील्ड से जिन सक्रिय अपराधियों और माफिया की सूची आती है उसके आधार पर शासन के निर्देश पर कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने चैत्र नवरात्र के पहले दिन कहा कि यूपी पुलिस महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने के लिए प्रयासरत है.
एडीजी ने कहा-हम जाति-धर्म देखकर माफिया पर नहीं करते कार्रवाई, एक साल में 21 दुर्दांत किए गए ढेर - यूपी में महिलाओं की सुरक्षा
यूपी के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने उमेश पाल हत्यारोपियों की जल्द गिरफ्तारी करने के दावे के साथ महिलाओं की सुरक्षा और माफिया पर कार्रवाई के बाबत आंकड़े साझा किए. उन्होंने कहा कि हम जाति-धर्म देखकर माफिया पर कार्रवाई नहीं करते है. फील्ड से मिले इनपुट के आधार पर कार्रवाई की जाती है.
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बुधवार को बताया कि महिलाओं की सुरक्षा शासन के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है. महिलाओं का पुलिस विभाग में भी अधिक सहभागिता हो इसके लिए महिलाओं को भर्ती की जा रही है. जिन्हें फ्रंट लाइन पर ड्यूटी भी दी जा रही है. प्रशांत कुमार ने बताया कि वर्ष 2017 के सापेक्ष अब तक पुलिस में ढाई गुना महिलाओं की भर्ती में वृद्धि हुई है. इसके अलावा महिलाओं की सुरक्षा के लिए हर थाने में महिला हेल्प डेस्क बनाई गई है. अक्टूबर 2020 से मिशन शक्ति अभियान चलाया जा रहा है. इस कड़ी को बढ़ाते हुए नवरात्र के प्रथम दिवस से राज्य के दो जिलों विंध्याचल धाम मिर्जापुर व देवीपाटन धाम बलरामपुर से एक विशेष रैली शुरू की गई है. जो अष्टमी के दिन संपन्न होगी. मार्च 2022 से अब तक कोई भी सांप्रदायिक या जातिगत हिंसा की घटना नहीं होने दी गई है. रिस्पॉन्स टाइम पुलिस का कम किया गया है. जिसमें बाइक के बेड़े को बढ़ाया गया है. साथ ही डिजिटल वॉरियर्स के सहयोग लिया गया है जिससे यह संभव हुआ है.
एक साल में 21 अपराधियों को पुलिस ने किया ढेर :एडीजी कानून व्यवस्था के मुताबिक राज्य में अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस को नीति के तहत माफिया के खिलाफ अभियान चलाया गया है. अब तक 66 माफिया की मॉनिटरिंग शासन और 11 माफिया का डीजीपी मुख्यालय के स्तर पर किया जा रहा है. अब तक माफिया के आर्थिक साम्राज्य को ध्वस्त करने के लिए 2427 करोड़ संपत्ति की जब्तीकरण व ध्वस्तीकरण किया गया है. उनके अवैध धंधों से होने वाली 24 सौ करोड़ का नुकसान किया गया है. बीते एक साल में 354 अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 186 मुकदमे दर्ज किए गए हैं. इस दौरान 94 अपराधियों की गिरफ्तारी करते हुए 61 के खिलाफ गुंडा एक्ट को कार्रवाई की गई. नौ पर रासुका और 138 अपराधियों पर गैंगस्टर लगाया गया है. 16 मार्च 2022 से लेकर 16 मार्च 2023 तक राज्य में कुल 21 दुर्दांत अपराधियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया है. बीते छह वर्षों की बात करें तो चिन्हित माफिया व उनके गैंग सदस्यो के खिलाफ 1086 कार्रवाई करते हुए 590 मुकदमे दर्ज किए गए, वहीं 506 गिरफ्तार किए गए. 10 हजार 814 कार्यवाइयों में 179 अपराधियों को एनकाउंटर में ढेर किया गया. 4950 अपराधी मुठभेड़ में गिरफ्तार किए गए, जबकि इस दौरान 15 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं.
उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों की तलाश जारी : प्रशांत कुमार ने बताया कि उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रहे आरोपियों की तलाश के लिए टीमें गठित हैं. छापेमारी की जा रही है. मंगलवार को ही प्रयागराज पुलिस ने अतीक अहमद गैंग के पांच लोगों की गिरफ्तारी करते हुए हथियारों का जखीरा बरामद किया है. उन्होंने कहा कि सरकार और डीजीपी ने साफ कहा है कि किसी भी हाल में इस घटना में शामिल लोगों को छोड़ा नहीं जाएगा.
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