लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में सीतापुर में निकाय चुनाव को लेकर आयोजित हुई जनसभा में देवासुर संग्राम से इस चुनाव की तुलना की थी. उन्होंने कहा था कि जिस तरह देवासुर संग्राम हुआ था. उसी तरह इस चुनाव में देवताओं और असुरों के बीच संग्राम है. सीएम के इस बयान के बाद विपक्षी दलों ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
राष्ट्रीय लोक दल के प्रवक्ता सुरेंद्रनाथ त्रिवेदी ने कहा है कि अगर सीएम योगी आदित्यनाथ चुनाव को देवासुर संग्राम मान रहे हैं तो यह भी मानना होगा कि जहां विपक्ष के प्रत्याशी जीतेंगे. वहां वह देवता होंगे और भारतीय जनता पार्टी के जो प्रत्याशी हारेंगे वह असुर कहलाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि वह देवताओं की तरह युद्ध जीतने के लिए महर्षि दधीचि किसे बना रहे हैं ? इसका भी खुलासा करें.
राष्ट्रीय लोक दल के प्रवक्ता सुरेंद्र त्रिवेदी ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि वह तो चुनाव को लोकतंत्र का महापर्व मानते हैं. यहां महापर्व खुशियों के साथ मनाया जाता है. चुनाव में संघर्षों के बाद भी आपसी संबंध बड़े प्रेम पूर्वक चलाए जाते हैं. अगर इसको सीएम योगी देवासुर संग्राम मान रहे हैं तो सर्वप्रथम बात यह है कि जहां-जहां भाजपा की विजय होगी, वहां तो उनके प्रत्याशी देवता माने जाएंगे. लेकिन, जहां विपक्ष की विजय होगी, वहां विपक्ष के लोग देवता होने चाहिए. यानी भाजपा का जो प्रत्याशी हारेगा, वह राक्षस कहलाएगा.