लखनऊ :लखनऊ में सीएसआईआर-सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीडीआरआई) की निदेशक डॉ. राधा रंगराजन ने शुक्रवार को परिसर में एक अत्याधुनिक शिशु देखभाल गृह "गुलमोहर" का उद्घाटन किया. इस दूरदर्शी परियोजना का उद्देश्य कामकाजी युवा माता-पिता, विशेषकर महिला शोधकर्ताओं को उनके बच्चों के लिए एक सुरक्षित एवं समृद्ध वातावरण प्रदान करके उन्हें सहयोग प्रदान करना है.
गुलमोहर को एक समावेशी और सहायक कार्यस्थल के रूप में स्थापित करना सीएसआईआर-सीडीआरआई की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. सीएसआईआर-सीडीआरआई की निदेशक डॉ. राधा रंगराजन ने उद्घाटन समारोह के दौरान महिलाओं को सशक्त बनाने एवं स्वस्थ कार्य-जीवन संतुलन सुनिश्चित करने में ऐसी सुविधाओं के महत्व पर प्रकाश डालते हुए. अपनी खुशी और उत्साह व्यक्त किया. उद्घाटन समारोह में निदेशक के साथ अनेक वैज्ञानिक, शोधकर्ता प्रशानिक अधिकारी भी मौजूद रहें. जिनमें डॉ. रितु त्रिवेदी, डॉ. शुभा शुक्ला, भास्कर देउरी एवं रश्मी राठौड़ तथा कई अन्य वैज्ञानिक एवं अभिभावक शामिल थे, जिन्होंने सामूहिक रूप से गुलमोहर का उद्घाटन किया, जो इस पहल को बनाने में किए गए सहयोगात्मक प्रयास का प्रतीक है.
गुलमोहर की सेक्रेटरी डॉ. शुभा शुक्ला ने कहा कि यह शिशु देखभाल गृह बच्चों की देखभाल के लिए सर्वोचित वातावरण प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता के साथ खड़ा है. इस गृह में माता-पिता और बच्चों दोनों की जरूरतों को पूरा करने के लिए कई प्रकार की सुविधाएं और विशेषताएं हैं. शिशु देखभाल गृह का निर्माण सुविधाजनक एवं सुरक्षा को ध्यान मे रखते हुए सीडीआरआई परिसर के भीतर ही किया गया है. गुलमोहर कामकाजी माता-पिता के लिए आसान पहुंच सुनिश्चित करता है. गुलमोहर बच्चों के बढ़ने एवं सीखने के लिए एक सकारात्मक और देखभाल करने वाली जगह की गारंटी देता है. देखभाल गृह की नीतियों को पारदर्शी रखा गया है, जो माता-पिता एवं कर्मचारियों के बीच परस्पर विश्वास को बढ़ावा देता है. बाल-केंद्रित और आयु-विशिष्ट पाठ्यक्रम के साथ, गुलमोहर प्रत्येक बच्चे के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करता है. शिशु देखभाल गृह में योग्य, समर्पित एवं पेशेवर सहायक कार्यरत हैं जो सर्वोत्तम देखभाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. गुलमोहर एक ही स्थान पर सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करता है.