लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री आवास से शनिवार को उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की 76 राजधानी और 39 साधारण बसों को हरी झंडी देकर रवाना किया. कुल 115 बसें होली के मौके पर यात्रियों को काफी सहूलियत प्रदान करेंगी. बसों के अलावा ऑनलाइन रिजर्वेशन और यात्री फीडबैक एप्लीकेशन यूपी की भी लांचिंग मुख्यमंत्री ने की, साथ ही यूपीएसआरटीसी के 50 वर्ष पर आधारित डाक विभाग की तरफ से जारी विशेष आवरण एवं निरूपण का अनावरण भी मुख्यमंत्री ने किया. कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह भी मौजूद रहे.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा हम सब जानते हैं कि देश की आजादी का अमृत महोत्सव का पहला वर्ष है. उत्तर प्रदेश परिवहन निगम अपने 50 वर्ष की स्वर्णिम यात्रा को संजोए हुए एक नई शानदार यात्रा के लिए आगे कार्य कर रहा है. परिवहन निगम के कार्यों को मुझे बचपन से देखने जानने का अवसर प्राप्त होता रहा है, लेकिन दो बड़े इवेंट्स जब हमने देखे एक दुनिया का सबसे बड़ा सांस्कृतिक आयोजन प्रयागराज कुंभ में हुआ. 24 करोड़ श्रद्धालु उस कुंभ में 45 दिनों के आयोजन में सहभागी बने थे. हमने परिवहन निगम के बेड़े में 5000 नई बसें उपलब्ध करवाई थीं. दूसरा जब इस सदी की सबसे बड़ी महामारी आई. हम सब जानते हैं कि महामारी पूरी दुनिया को तबाह कर रही थी. 25 मार्च 2020 को जब लॉकडाउन हुआ तो इस महामारी से बचाव के लिए दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र और देश के अलग-अलग राज्यों से हजारों की संख्या में प्रवासी कामगार और श्रमिक अपने अपने गांव की ओर चल दिए थे. तब परिवहन निगम ने कहा कि हमारे पास 12 से 14 हजार बसों का बेड़ा है. पूरे बेड़े के साथ प्रवासियों को उनके गंतव्य तक भेजने के लिए काम में लगाया गया.
इनमें 40 लाख कामगार और श्रमिक तो सिर्फ उत्तर प्रदेश के थे और 60 लाख बिहार, झारखंड, वेस्ट बंगाल, उड़ीसा, असम या फिर उत्तर प्रदेश की ओर से जाकर मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, यहां सभी जगह के लोग थे. एक करोड़ नागरिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका का निर्वहन परिवहन निगम के चालक परिचालकों ने किया. कोटा में जो बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे उन बच्चों को सुरक्षित वहां से लाना था. हमने 500 परिवहन निगम की बसें भेजी थीं.
प्रमुख सचिव को लेकर मुख्यमंत्री ने ली चुटकी : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव वेंकटेश्वर लू को लेकर चुटकी ली. कहा कि परिवहन मंत्री कह रहे थे कि उनके प्रमुख सचिव लोक ही नहीं परलोक की बात करते हैं. लोक की वह अच्छी यात्रा कराएं परलोक की चिंता मत करें. व्यक्ति परिवहन निगम की बस में लोक की यात्रा के लिए निकलता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि होली के अवसर पर एक सौगात परिवहन निगम दे रहा है. अच्छी बात यह है कि यह परिवहन निगम के वर्कशॉप में ही नई बसें बन रही हैं यह बड़ी बात है. 10 साल पुरानी बसों को स्क्रैप की तरफ ले जाकर फिर से नई बसें खरीदी जाएं. इस बार बजट में 1000 नई बसें खरीदने के लिए 400 करोड़ रुपये दिए गए हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 75 बस सेवाएं राजधानी 75 जनपदों के लिए होली के अवसर पर परिवहन निगम ने दी हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एक लाख राजस्व गांव हैं. हमारा लक्ष्य होना चाहिए उन सभी गांवों में परिवहन निगम अगर चाहे तो यहां रेलवे से और एयर कनेक्टिविटी से बेहतर सेवा दे सकता है. इनमें से कुछ को परिवहन निगम और कुछ को पीपीपी मोड पर अनुबंधित बसों के माध्यम से बस सेवाओं से जोड़ सकते हैं. सीएम योगी ने चालकों-परिचालकों के नियमित मेडिकल फिटनेस की बात कही.
होली के अवसर पर रोडवेजकर्मियों को मिलेगा भत्ता : होली के अवसर पर रोडवेज कर्मियों को बकाए भत्ते का तोहफा देने की मंजूरी मिल गई है. परिवहन निगम के अधिकारी, कर्मचारी के अलावा पेंशनर को एक जुलाई 2021 से बकाया महंगाई भत्ते में से 25 फीसदी पैसा भुगतान किया जाएगा. बकाए भत्ते का लाभ करीब 18 हजार कर्मियों को मिलेगा. संविदा कर्मियों को एडवांस में पांच हजार प्रदेश भर के करीब 25 हजार संविदा चालक-परिचालक को होली पर एडवांस में पांच हजार रुपये दिए जाएंगे. यह पैसा फरवरी माह के मार्च में दिए जाने वाले वेतन में से काट लिया जाएगा. प्रदेश मीडिया प्रभारी रजनीश मिश्रा ने एमडी और वित्त नियंत्रक आभार व्यक्त किया है.
वहीं होली पर भी हर साल मिलने वाला भत्ता पिछले चार सालों से नहीं मिला है. इसके अलावा लोड फैक्टर, अधिकारियों के आचरण संबंधी कई मामलों की शिकायत को लेकर रोडवेज कर्मियों ने मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाया है. जिसके बाद एमडी संजय कुमार को तलब कर लिया है. यूपी रोडवेज इम्प्लाइज यूनियन के शाखा अध्यक्ष प्रदीप कुमार पांडेय ने बताया कि कोविड में ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों को प्रतिदिन 300 रुपये अतिरिक्त देने का ऐलान किया गया था. छह महीने की ड्यूटी में से मात्र एक माह का भुगतान किया गया है. बाकी पांच माह की राशि पर अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है. इसके अलावा हर साल होली पर प्रोत्साहन राशि का ऐलान किया जाता है. लेकिन, पिछले चार सालों से इसका भी भुगतान नहीं किया गया है. इस पूरे मामले पर परिवहन निगम के अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है. परिवहन निगम के प्रवक्ता अजीत सिंह ने बताया कि नोटिस की जानकारी नहीं है.