लखनऊ : आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी व राज्यसभा सांसद संजय सिंह को कथित शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद उत्तर प्रदेश में चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी की तैयारी को तगड़ा झटका लगा है. आप नेता संजय सिंह की जेल जाने के बाद और चुनाव में करीब 8 महीने का समय शेष बचा है, ऐसे में पार्टी एक बार फिर से नए सिरे से तैयारी शुरू कर दिया है. पार्टी नेताओं का कहना है कि अगर संजय सिंह को जल्दी रिहाई नहीं मिलती है, तो दीवाली के बाद उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी किसी ने प्रभारी को दी जा सकती है. बीते निकाय चुनाव में जहां उत्तर प्रदेश की 17 नगर निगम में पार्टी ने अपना खाता खोलने में कामयाब रही थी. तो वही पहली बार लोकसभा चुनाव में पार्टी पूरी ताकत से उतरने की तैयारी में थी.
केंद्रीय टीम देख रही है यूपी का पूरा कार्यभार :आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह के गिरफ्तार होने के बाद प्रदेश में पार्टी की गतिविधियों पर केंद्रीय कार्यालय की नजर है. पार्टी नेताओं का कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व प्रदेश में हो रही हर दिन की गतिविधियों की रिपोर्ट ले रही है. जिसमें विभिन्न पार्टियों के घटनाक्रम के साथ ही सत्ताधारी पार्टी बीजेपी नेताओं के प्रतिदिन के कदम की सूचना दी जा रही है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि उत्तर प्रदेश में अभी किसी बड़े राजनीतिक आयोजन को रोक दिया गया है. उसके स्थान पर प्रभारी संजय सिंह की गिरफ्तारी के मुद्दे को पार्टी प्रमुखता से प्रदेश में उठाने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा केंद्रीय नेतृत्व इसी मुद्दे को लेकर जनता के बीच में भाजपा के खिलाफ माहौल बनाने का निर्देश दिया है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि इंडिया गठबंधन को लेकर उत्तर प्रदेश की जो भी रणनीति होगी वह दिल्ली से तय होगा. अगर पार्टी यहां सीट की दावेदारी करती है, तो उत्तर प्रदेश यूनिट मजबूती से गठबंधन के साथियों के सामने अपना पक्ष रखेगा.
दिल्ली आला कमान जो निर्णय लेकर वह मान्य होगा