लखनऊ : विधान परिषद की दो सीटों के लिए हो रहे चुनाव में सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मतदान किया. इसके अलावा ओम प्रकाश राजभर और ब्रजेश पाठक की जुगलबंदी देखने को मिली. इसके बाद से सियासी गलियारों में ओम प्रकाश राजभर के भाजपा के करीब आने की चर्चा फिर गर्म हो गई है. विधान परिषद के उपचुनाव को लेकर के मुख्य सचेतक रामनरेश अग्निहोत्री ने कहा कि उपचुनाव में भाजपा को 290 वोट मिलेंगे. जबकि भाजपा गठबंधन के पास अधिकृत आंकड़ा 274 है. उन्होंने कहा कि दूसरे दलों के विधायक भी भाजपा विधायकों को मतदान करेंगे. सपा विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि विधान परिषद उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के दोनों प्रत्याशियों को 118 से अधिक वोट मिलेंगे.
विधान परिषद उपचुनाव में उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष विधायक ओमप्रकाश राजभर के साथ गुप्त मतदान कर बाहर निकले दोनों लोगों ने विक्ट्री का निशान दिखाते हुए तस्वीरें भी खिंचवाई माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के दोनों उम्मीदवारों को भारतीय समाज पार्टी के विधायकों का वोट मिला है. ओमप्रकाश राजभर को अपनी कार में बैठाकर बृजेश पाठक साथ ले जाए. सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर बोले कि गुप्त मतदान है. डिप्टी सीएम बृजेश पाठक बोले कि सपा की नीतियों से आम जनता परेशान है गुप्त मतदान है.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव मतदान के लिए पहुंचे. सपा के अन्य सभी विधायकों के पहुंचने का सिलसिला भी शुरू. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि दलित पिछड़े शोषित समाज के साथ अन्याय हो रहा है उस वर्ग को भी प्रतिनिधित्व देना है. भारतीय जनता पार्टी दलित समाज को पीछे करने का काम करती है. समाजवादी पार्टी पिछड़े अल्पसंख्यकों की लड़ाई लड़ने का काम करती है. देश और प्रदेश को धोखा देने का काम जो लोग करते हैं. उन्हें समाजवादी पार्टी सबक सिखाने का काम करेंगे. ओमप्रकाश राजभर द्वारा भाजपा को समर्थन करने के सवाल पर कहा कि लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है सबको पता चलेगा.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विधान परिषद उपचुनाव में मतदान करने के बाद कहा कि परंपरा यह है कि पिछड़ों को जिताया जाए. पिछड़ों को जोड़ा जाए और किसी के साथ अन्याय न हो. बीजेपी संविधान में मिले अधिकारों को छीन रही है. आज बीजेपी को परंपरा क्यों याद आ रही है. पिछड़े और दलितों का हक छीना जा रहा है. आज मनचाहे तरीके से यूनिवर्सिटी में अपने लोगों की भर्ती हो रही है. रोजगार नहीं दे रहे हैं. आउटसोर्सिंग का और प्राइवेटाइजेशन का क्या जवाब है. उन्होंने कहा कि आप जातीय जनगणना कराना नहीं चाहते हैं. सामाजिक न्याय से भाग रहे हैं और बड़े सवालों से बीजेपी भागना चाहती है जिनका जवाब बीजेपी को देना होगा.