लखनऊ: साब्जियों के साथ-साथ इन दिनों टमाटर के दाम जमीन पर आ गए हैं. स्थानीय बाड़ियों में टमाटर की भरपूर आवक होने से किसानों को इन दिनों टमाटर के उचित दाम सब्जी मंडियों में नहीं मिल पा रहे हैं. इससे किसान काफी मायूस नजर आ रहे हैं. इस बार किसान उम्मीद लगाए बैठे थे कि टमाटर के मंडियों में उचित दाम मिलेंगे. बावजूद इसके एक हफ्ता पूर्व 15 से 20 रुपये तक बिकने वाला टमाटर इन दिनों मंडियों में 5 रुपये किलो बिक रहा है, जिससे किसानों की लगत भी नहीं निकल पा रही है. वहीं, बात करें हरी साब्जियों की तो दर्जन भर से ज्यादा सब्जियां 10 से 20 रुपये किलो मंडियों में बिक रही है.
किसान दयाराम ने बताया कि सस्ते दाम पर बिक रहे टमाटर से हम किसानों का खेती में निराई-गुड़ाई, बीज, दवाइयों का छिड़काव व अन्य खर्च के साथ ढुलान भाड़ा सहित दाम तो छोड़िए जेब से पैसे जा रहे हैं. ऐसे में किसानों के आगे उचित मूल्य न मिलने से आर्थिक नुकसान झेलने की मजबूरी हो गई है. किसान दयाराम ने बताया कि एक हफ्ता पूर्व किसानों के चेहरे खिले हुए थे, जो अब मुरझा गए हैं.
दुबग्गा सब्जी मंडी के आढ़ती राकेश कुमार ने बताया कि सब्जियां कच्चा सौदा होती हैं. सभी मंडियों में इन दिनों टमाटर 5 रुपये किलो बिक रहा है. इसका यह कारण है कि बाहर की सब्जी मंडियों से टमाटर की ज्यादा आवक हो रही है, जिससे यहां के टमाटर के दाम काफी नीचे आ गए हैं.