नेता सदन सीएम योगी ने कहा कि अब तक हम फ्री में 38 करोड़ से ज्यादा डोज दे चुके हैं. नेशनल हेल्थ फैमिली रिकॉर्ड में ये दर्ज है. जो भी लापरवाही होती है. उसकी जवाबदेही तय होती है. पहली बार प्रदेश में आयुष यूनिवर्सिटी, स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बन रही है.
एम्स गोरखपुर के निर्माण में सबसे बड़ी बाधा समाजवादी पार्टी ही थी. भाजपा की सरकार आई तो हमने ही उस जमीन की रजिस्ट्री करवाई. जो भी संचारी रोग है. जैसे डेंगू, काला जार, मलेरिया जैसे रोगों पर 3 बार अभियान चलाए जा रहे हैं.
सीएम योगी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष मुख्यमंत्री रह चुके हैं. कम से कम उन्हें सच बोलना चाहिए. जिम्मेदार नेता की तरह बोलना चाहिए. मैंने कल ही कहा था कि समाजवादी और सच नदी के दो किनारे हैं. जो कभी एक साथ नहीं चलते. इन्हें इस बात का सच स्वीकार करना चाहिए कि जो भी विकृति विरासत से मिली. उसी विकृति को हम सुधार रहे हैं. अपने किए पर जब वो टिप्पणी करते हैं तो वो स्वंय खुद को कटघरे में खड़ा करते हैं. जो वो नहीं कर पाए वो आज हम कर रहे हैं. कम से कम अच्छे कार्यो को स्वीकार करने की आदत होनी चाहिए. बुन्देलखण्ड और विंध्य क्षेत्र में इस वर्ष के अंत तक हम हर घर नल परियोजना पूरी कर चुके होंगे. ये सारे कार्य हो रहे हैं. इसीलिए उन्हें बुरा लग रहा है. क्योंकि ये कर ही नहीं पाए. किसी भी प्रकार के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए सरकार के पास धन की कोई कमी नहीं है. हम अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन की ओर बढ़ रहे हैं.
सीएम योगी ने कहा पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव को कम से कम इस बात को सोचना चाहिए कि अगर हम कोई कार्य नहीं कर सकते तो अड़ंगा भी नहीं लगाना चाहिए. आम जनमानस के मन मे भ्रांति फैलाने कार्य नहीं करना चाहिए. क्योंकि आम जनमानस के मन मे बात घर कर जाती है. कोरोना वैक्सीन के समय इन्होंने यही भ्रम फैलाने का कार्य किया. कोरोना की वैक्सीन मात्र 9 महीने में बन गई. आम जनमानस के प्रति संवेदनशील होना चाहिए. ऐसे विषयों पर सवाल उठाना आम नागरिक के मन में भ्रम की स्थिति उत्पन्न करने वाला होता है.