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पुलिस की शह पर करोड़ों की जमीन कब्जा कराने में घिरे आगरा CP प्रीतिंदर सिंह पर गाज, 5 और IPS ट्रांसफर

UP IPS Officer Transfer: माना जा रहा है कि आगरा पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह के तबादले का आधार जगदीशपुरा में करोड़ों की जमीन का मामला रहा, जहां बिल्डर को कब्जा दिलाने के लिए पीड़ित परिवार की महिलाओं व पुरुषों को जेल भेजा गया था.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 9, 2024, 2:44 PM IST

Updated : Jan 9, 2024, 2:59 PM IST

लखनऊ: योगी सरकार ने आगरा के पुलिस कमिश्नर को हटा दिया है. आगरा के पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह को डीजीपी मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है. उनके स्थान पर गोरखपुर परिक्षेत्र के आईजी जे रविंद्र गौड़ को आगरा का पुलिस कमिश्नर बनाया गया है. सूत्रों के मुताबिक, आगरा के जगदीशपुरा में करोड़ों की जमीन पर बिल्डर को कब्जा दिलाने और पीड़ित परिवार की महिलाओं व पुरुषों को जेल भेजने में पुलिस ने अहम भूमिका निभाई थी.

इसकी जानकारी पुलिस कमिश्नर तक को भी थी. सीएम योगी आदित्यनाथ तक बात पहुंचने के बाद पहले थाने की पुलिस पर कार्रवाई की गई और अब पुलिस कमिश्नर को हटा दिया गया है. इसके अलावा मंगलवार को पांच और आईपीएस अफसरों के तबादले किए गए हैं. योगी सरकार ने कुल छह आईपीएस अफसरों के तबादले किए हैं. इसमें सबसे अहम और चर्चित तबादला आगरा के पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह का रहा है.

आगरा में प्रीतिंदर सिंह के स्थान पर अब गोरखपुर परिक्षेत्र के आईजी जे रविंद्र गौड़ को भेजा गया है. वहीं, अपर पुलिस आयुक्त सुरेश राव ए कुलकर्णी को डीआईजी गोरखपुर बनाया गया है. आईजी प्रयागराज परिक्षेत्र चंद्र प्रकाश सेकेंड को आईजी इंटेलीजेंस मुख्यालय, वेटिंग में चल रहे प्रेम कुमार गौतम को आईजी प्रयागराज और डीआईजी कारागार शिवहरि मीना को अपर पुलिस आयुक्त नोएडा बनाया गया है.

जगदीशपुरा कांड बना आगरा पुलिस कमिश्नर के हटने की वजह: बताया जा रहा है कि आगरा के पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह जिले के जगदीशपुरा की बेशकीमती जमीन के मामले में हटाए गए है. दरअसल, आगरा के जगदीशपुरा में बोदला-लोहामंडी मार्ग पर बीएस कांप्लेक्स के पास बेशकीमती चार बीघा जमीन पर पुलिस की मिलीभगत से रातोंरात कब्जा हुआ था. इस जमीन पर बने तीन कमरों में रहने वाले शंकरिया व रवि कुशवाह और चौकीदार ओमप्रकाश को 26 अगस्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर गांजा बेचने के फर्जी मुकदमे में जेल भेज दिया था.

महिलाओं को शराब तस्करी में भेजा था जेल:इसी परिवार की दो महिलाओं को वरिष्ठ अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाने पर शराब तस्करी में जेल भेजा गया था. इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह को भी थी. लेकिन, इस जमीन को खरीदने वाले बिल्डर और एक मंत्री का नाम सामने आने पर जिले में मची अंधेरगर्दी को नजरंदाज करते रहे। मुख्यमंत्री के संज्ञान आने के बाद इस मामले के कार्रवाई शुरू हुई और पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया. अब सीएम ने पुलिस कमिश्नर को ही हटा दिया है.

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Last Updated : Jan 9, 2024, 2:59 PM IST

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