लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (governor anandiben patel ) ने शनिवार को सीआईआई मध्य प्रदेश और भोपाल एजुकेशन एवं चांसलर तथा आईईएस यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित वेबिनॉर को सम्बोधित किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हममें से किसी ने यह नहीं सोचा होगा कि हमें एक ऐसी महामारी का अनुभव करना होगा, जो अल्प समय में विश्व भर में फैल गई. कोविड-19 नामक इस महामारी ने पूरी दुनिया को स्तब्ध कर दिया. हममें से कुछ लोगों ने अपनों को खो दिया है, तो कई मरीज अस्पतालों या घरों में स्वस्थ होने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस महामारी से लड़ाई के लिए नयी जीवन शैली अपनाएं. कोरोना ने हमें व्यक्तिगत स्वच्छता का महत्व सिखाया है.
'फिटनेस और व्यायाम के लिए जरूर समय निकालें'
उन्होंने कहा कि कोविड-19 ने हमारे सम्पूर्ण समाज को प्रभावित किया है. कोरोना हमारे समक्ष प्रोफेशनल और पर्सनल प्राथमिकताओं में संतुलन कायम करने की नई चुनौतियां लाया है. चाहे कुछ भी हो, फिटनेस और व्यायाम के लिए जरूर समय निकालें. अपनी शारीरिक और मानसिक तंदुरूस्ती को बेहतर बनाने के साधन के तौर पर योग का भी अभ्यास करें. हमें यह समझना होगा कि महामारी के विरूद्ध लड़ाई के लिए एक नई जीवन शैली हमें अपनानी होगी. सबसे प्रमुख बात रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने की चुनौती है, जिसमें आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा तथा हमारी अन्य परम्परागत जीवन पद्धति के अनुसार अपनी दैनिक दिनचर्या को बनाना होगा.
'मेडिकल स्टॉफ को कहना चाहिए धन्यवाद'
उन्होंने कहा कि हम सब ईश्वर के सामने शीश झुकाकर दिवंगत आत्माओं की शांति और रोगियों के शीघ्र पूर्णरूप से स्वस्थ होने की प्रार्थना करें, ताकि यह महामारी पूरी दुनिया से हमेशा के लिए जड़ से खत्म हो जाए तथा जन जीवन पहले जैसा सामान्य हो जाए. उन्होंने कहा कि हमें मेडिकल और पैरॉमेडिकल स्टाफ, आवश्यक सेवा प्रदाताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और कोरोना योद्धाओं को भी धन्यवाद देना चाहिए, जिन्होंने आम नागरिकों के जीवन की रक्षा के लिए अपनी जान जोखिम में डाली. जब हममें से अधिकांश लोग अपने घरों में आराम से बैठे थे, तब इन्हीं योद्धाओं ने हमारी खातिर दिन-रात मेहनत की. इन्हें धन्यवाद देने के लिए शब्द नहीं हो सकते, पर हम इनके सम्मान में नतमस्तक हो सकते हैं.