लखनऊ: यूपी में 675 गैर जरूरी कानूनों को सरकार समाप्त करेगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (cm yogi adityanath ) के समक्ष सोमवार को उनके सरकारी आवास पर 'रिव्यु ऑफ मिनिमाइजिंग रेगुलेटरी कॉम्प्लायन्सेज बर्डेन' (minimizing regulatory compliance burden ) विषयक प्रस्तुतीकरण किया गया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अनावश्यक कानूनों से सम्बन्धित सभी विभागों के लम्बित प्रकरणों के समाधान के लिए समय निर्धारित करते हुए निस्तारण किया जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय इन प्रकरणों के समाधान के लिए विभिन्न विभागों की कार्रवाई की निरन्तर मॉनिटरिंग की जाए. उन्होंने मुख्य सचिव को भी इस कार्य की नियमित समीक्षा करने के लिए कहा. सीएम योगी ने कहा कि राज्य सरकार 'ईज ऑफ डुईंग बिजनेस' तथा 'ईज ऑफ लिविंग' को पूरी तरह से लागू करना चाहती है. ताकि, प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों को त्वरित गति से संचालित किया जा सके और नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें. प्रदेश के विकास में औद्योगिक गतिविधियों का विशेष योगदान है. इसके माध्यम से बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित होता है. इससे युवाओं को रोजगार मिलने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. उन्होंने कहा कि इसके दृष्टिगत अनावश्यक कानूनों से संबंधित सभी विभागों के लंबित प्रकरणों का समाधान निर्धारित तिथि तक हर हाल में कर दिया जाए. जिन नियम/कानूनों को रिपील किया जाना है, उनके संबंध में तेजी से कार्यवाही करके इन्हें समाप्त किया जाए.
इसे भी पढ़ें-वैज्ञानिक रिसर्च में गोमती की कोरोना रिपोर्ट आयी पॉजिटिव, गंगा की ये रही रिपोर्ट