लखनऊ:आयुष्मान भारत डिजिटल योजना (Ayushman Bharat Digital Scheme) के तहत पूरे प्रदेश के निजी व सरकारी अस्पतालों का पंजीकरण (ABDM ) पोर्टल पर किया जाना अनिवार्य हो चुका है. जिसमें सरकारी व निजी क्षेत्र में काम कर रहे डॉक्टर भी अपना पंजीकरण करेंगे. रजिस्ट्रेशन अनिवार्य होने से एक साथ कई अस्पतालों में अपनी सेवा दे रहे डॉक्टरों कि समस्या बढ़ सकती है.
बता दें कि पोर्टल रजिस्ट्रेशन के बाद एक साथ कई प्राइवेट अस्पतालों के बाहर नाम का बोर्ड लगाने वाले डाक्टरों को परेशानी होगी. क्योंकि ऐसे तमाम डाक्टर हैं, जो एक साथ कई प्राइवेट अस्पतालों में अपनी सेवा दे रहे होते हैं. जबकि उनके नाम का पंजीकरण एक ही अस्पताल में होता है. इससे पैथोलॉजिस्ट चिकित्सकों को काफी दिक्तत आयेगी. क्योंकि एक-एक चिकित्सक के नाम से कई पैथोलाजी संचालित होने का मामला भी प्रकाश में आता रहता है. पोर्टल पर जानकारी देने को लेकर ऐसे चिकित्सकों में हड़कंप मच गया है. जो एक से ज्यादा जगह अपनी सेवा दे रहे हैं.
कई अस्पतालों में सेवा दे रहे डॉक्टरों की अब बढ़ेगी समस्या, जाने क्या है पूरा मामला
आयुष्मान भारत डिजिटल योजना (Ayushman Bharat Digital Scheme) के तहत प्रदेश के निजी व सरकारी अस्पतालों का पंजीकरण पोर्टल पर किया जाना अनिवार्य कर दिया गया है. सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल (CMO Dr Manoj Agarwal) ने बताया कि पोर्टल पर 200 से अधिक अस्पतालों ने अपना डेटा दर्ज करा लिया है.
देश के कई अस्पतालों में सेवा दे रहे डॉक्टरों की अब बढ़ेगी समस्या