लखनऊ: प्रदेश भर में तेजी से कोरोना वायरस के मरीज बढ़ रहे हैं. ऐसे में एक्टिव केसों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. मौजूदा समय में प्रदेश में 164 संक्रमित मरीजों की संख्या पहुंच गई है, जबकि एक्टिव केस की संख्या 54 है. वैसे तो सभी सरकारी अस्पताल समेत सीएससी-पीएचसी में भी कोरोना वायरस की लगातार जांच हो रही है और प्रदेश सरकार का भी यही कहना है कि जितना हो सके ज्यादा से ज्यादा सैंपलों की जांच की जाए. वहीं, इसके अलावा भी निजी अस्पतालों में भी कोरोनावायरस की जांच हो रही है और निजी अस्पतालों में सैंपल देने वाले मरीजों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ रही हैं.
राजधानी में बुधवार को आठ कोविड संक्रमित मरीज मिले, जबकि पांच संक्रमित मरीज ठीक भी हुए हैं. वहीं, बीते मंगलवार को भी आठ लोग वायरस की चपेट में आ गए थे. जबकि बीते सोमवार को एक भी मरीज संक्रमण की चपेट पर नहीं आए थे. शहर के अलग-अलग इलाकों के लोगों में वायरस की पुष्टि हुई है. इससे संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ गया है. राहत की बात यह है कि सभी मरीज होम आईसोलेशन में हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीजों की सेहत की निगरानी कर रही है.
अलीगंज, चिनहट, मलिहाबाद व गोमतीनगर में एक-एक लोग संक्रमण की चपेट में आ गए हैं. इंदिरानगर में एक महिला व पुरुष में संक्रमण की पुष्टि हुई है. सरोजनीनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के तहत दो लोगों में वायरस की पुष्टि हुई है. इस माह एक दिन में सबसे ज्यादा लोग कोविड पॉजिटिव आ चुके हैं. अभी तक अधिकतम पांच लोग वायरस की जद में आ चुके हैं. रोजाना 800 से 1000 लोगों की कोरोना जांच हो रही है.
पांच मरीज ठीक हुए
कोरोना को मात देने वालों की संख्या में भी वृद्धि हो रही है. पांच मरीजों ने वायरस को हराने में कामयाबी हासिल की है. लखनऊ में कोविड के 27 एक्टिव मरीज हैं. सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि सभी मरीज होम आईसोलेशन में हैं. मरीजों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है. वायरस की चपेट में आने से बचने के लिए सेहत का खयाल रखें. मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें. सर्दी-जुकाम, बुखार, गले में खराश होने पर डॉक्टर की सलाह लें. जांच कराने में हिचकें नहीं. खुद को आईसोलेट रखें, ताकि संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित हुआ तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम
राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम एवं राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के संयुक्त सहयोग से सदर स्थित यातायात पुलिस मुख्यालय में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों को तंबाकू और अन्य तम्बाकू उत्पादों के उपयोग से होने वाले दुष्प्रभाव, सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम (कोटपा - 2003) और कार्यस्थल पर तनाव प्रबंधन विषय पर बुधवार को संवेदीकरण कार्यशाला आयोजित हुई.