लखनऊ :उत्तर प्रदेश में निजी अस्पतालों की मनमानी को लेकर अब सरकार सक्रिय हो गई है. अस्पतालों की मनमानी और लापरवाही को लेकर सरकार जांच कराएगी. मामले में अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल के मुताबिक, प्रदेश सरकार जनमानस के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर है. ऐसे में किसी भी निजी अस्पताल को मरीज की सेहत से खिलवाड़ की छूट नहीं दी जाएगी. सभी जनपदों में मानक विहीन चल रहे अस्पतालों की जांच कर कार्रवाई की जाएगी. वहीं कोरोना काल में इलाज के नाम पर की गई वसूली पर भी सख्त एक्शन लिया जाएगा. अफसर लंबित शिकायतों की तत्काल जांच करें. सीएमओ लखनऊ ने जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है.
दूसरी तरफ बाहर से आ रहे लोगों को होटल में ठहरने के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गयी है. सीएमओ लखनऊ ने सभी होटल व्यवसायियों को आदेश दिया. साथ ही कोविड प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य है.
3,882 केंद्रों पर लगी डोज
यूपी में 15 जनवरी से कोरोना वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया गया. पहले हेल्थ वर्करों के टीकाकरण का फैसला किया. इसके बाद फ्रंट लाइन वर्करों का वैक्सीनेशन शुरू किया गया. तीसरे चरण में 60 वर्ष से ऊपर व 45 साल से अधिक बीमार लोगों का वैक्सीनेशन किया गया. चौथे चरण में 45 साल से ज्यादा सभी लोगों को वैक्सीनेशन में शामिल किया गया. पांचवें चरण में 18 साल से ऊपर सभी के टीकाकरण की हरी झंडी दी गई.